Tour Package Fraud: नॉर्थ साइबर पुलिस ने हिल स्टेशनों पर रिसॉर्ट व होटल बुक कराने के नाम पर डॉक्टर को चूना लगाने वाले तीन जालसाजों को गिरफ्तार किया है। इनके नाम अभिषेक, करण मजूमदार और अभिषेक वर्मा हैं। पुलिस ने इनके पास से मोबाइल, डेबिट कार्ड, चेकबुक, पासबुक, एटीएम, सिम कार्ड, वाईफाई राउटर आदि सामान बरामद किया है। पुलिस को इन जालसाजों के खिलाफ कई अन्य शिकायतें भी दर्ज होने का पता चला है।
डीसीपी मनोज कुमार मीना के अनुसार, हिंदू राव अस्पताल के एक डॉक्टर ने ठगी की शिकायत साइबर पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाई थी। उन्होंने बताया कि टूर पैकेज की खोज में वह कैनेव्स कॉन्टिनेंटल रिजॉर्ट एंड स्पा प्राइवेट लिमिटेड के वेबपेज पर पहुंचे। वहां संपर्क करने के बाद वह परिवार के साथ मनाली पहुंचे। वहां दीपक शर्मा और अभिषेक वर्मा ने उनसे संपर्क किया, जिन्होंने उपरोक्त कंपनी के कर्मचारी और प्रबंधक होने का दावा किया।
डॉक्टर के नाम पर लिया 95 हजार का लोन
इन लोगों ने झूठे दिखावे के तहत पीड़ित को अपने पैकेज का लाभ उठाने और सदस्यता के लिए एक घंटे के सेमिनार में भाग लेने के लिए राजी किया और उनके डेबिट कार्ड से केवल 2 रुपये का भुगतान किया। बाद में पीड़ित डॉक्टर को पता चला कि उनके नाम और डेबिट कार्ड का इस्तेमाल कर जालसाजों ने धोखे से 95 हजार रुपये का लोन ले लिया है।
जांच के दौरान पुलिस ने लगभग 200 मोबाइल नंबरों और आईएमईआई के कॉल डिटेल रिकॉर्ड का गहन विश्लेषण किया। टेक्निकल सर्विलांस के जरिए पुलिस ने 17 अप्रैल को मंडावली इलाके में रेड की, जहां जालसाज की फर्जी कंपनी में वेतन के आधार पर काम करने वाला एक मार्केटिंग एजेंट मिला।
शिमला और हिमाचल से दबोचा
इससे पूछताछ के बाद मुख्य आरोपी का पता लगा। बाद में पुलिस ने शिमला और हिमाचल प्रदेश में रेड कर जालसाजों को पकड़ा। अभिषेक और करण मजूमदार उक्त कंपनी के निदेशक बने हुए थे, जबकि अभिषेक वर्मा मैनेजर। आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया कि उन्होंने नकली आईडी और दस्तावेजों का उपयोग करके कई पर्यटकों को धोखा दिया है। अभिषेक शिव विहार दिल्ली, करण मजूमदार लखनऊ और अभिषेक वर्मा हरिनगर दिल्ली का रहने वाला है। इनसे चार लैपटॉप, चार क्षतिग्रस्त मोबाइल फोन और अन्य सामान बरामद हुआ है।