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Transport Infrastructure Off Track: एक विदेशी पत्रिका ने रिपोर्ट प्रकाशित की थी कि भारत में मेट्रो परिचालन ट्रैक से उतर गया है। डीएमआरसी ने अब इस पर तथ्यों के साथ जवाब दिया है। पढ़िये रिपोर्ट...

Transport Infrastructure Off Track: एक विदेशी पत्रिका में कहा गया था कि भारत की किसी भी मेट्रो रेल प्रणाली ने अपनी अनुमानित सवारियों का आधा भी हासिल नहीं किया है। भारत में सबसे लंबी और सबसे महंगी दिल्ली मेट्रो में भी सवारियों की संख्या 47 फीसदी के करीब है। लेख में यह भी कहा गया है कि एक भी मेट्रो प्रणाली अपने खर्चों को कवर करने के लिए पर्याप्त पैसा नहीं कमाती है। इस लेख के बाद दिल्ली मेट्रों ने ट्वीट कर कहा कि इस तरह की रिपोर्ट निराधार हैं। डीएमआरसी ने कहा कि प्रतिदिन 60 लाख से ज्यादा लोग मेट्रो में यात्रा करते हैं। हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। 

डीएमआरसी दिल्ली की लाइफ लाइन

डीएमआरसी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर कहा कि केवल दो दशकों में दिल्ली मेट्रों ने बुनियादी ढांचे पर बहुत असर डाला है। 392 किमी फैला नेटवर्क दिल्ली मेट्रो के योगदान को दिखाता है। लोग इसकी तारीफ करते हैं और पूरी दिल्ली में इसकी सेवाओं की मांग करते हैं। डीएमआरसी दिल्ली की लाइफ लाइन बन गई है। डीएमआरसी की भूमिका को विभिन्न एजेंसियों द्वारा पहचाना और सराहा गया है। 

EPCA (पर्यावरण प्रदूषण (रोकथाम और नियंत्रण) प्राधिकरण) की रिपोर्ट में कहा गया कि सार्वजनिक परिवहन प्रणाली के बिना, दिल्ली और भारत के अन्य शहर जहरीले वायु प्रदूषण से निपटने में कारगर साबित नहीं हो सकते हैं। सार्वजनिक परिवहन में दिल्ली मेट्रो की हिस्सेदारी शहर में कुल यात्री किमी का 30 फीसदी है, जबकि बसों (डीटीसी-क्लस्टर बसों) की हिस्सेदारी केवल 19 प्रतिशत है। 

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दुनिया के बड़े मेट्रो नेटवर्क में से एक

दिल्ली मेट्रो की गिनती विश्व के बड़े मेट्रो नेटवर्क में होती है। 4 सितंबर को एक दिन में 71.03 लाख यात्रियों ने यात्रा करके रिकॉर्ड बनाया था। मौजूदा समय में फेज चार में तीन नए कॉरिडोर को बनाया जा रहा है। यह लगभग 65 किलोमीटर लंबा होगा। अगले कुछ सालों में मेट्रो का नेटवर्क करीब 450 किलोमीटर तक पहुंच जाएगा। अपने 21वें वर्ष में मेट्रो ने 17 सितंबर को एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार हासिल की। पहले इस कॉरिडोर पर 90 किलोमीटर की रफ्तार से मेट्रो चलती थी।

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