Delhi: शाहदरा जिले की साइबर पुलिस ने झारखंड के देवघर से दो ठगों को गिरफ्तार किया है। आरोपी ग्राहक सेवा के बहाने लोगों को चूना लगाते थे। इसके बाद ठगी की रकम देवघर में एटीएम से निकाली जाती थी। पुलिस का कहना है कि आठ नेशनल शिकायतें इस रैकेट से जुड़ी पाई गई हैं। इनके बैंक खातों में 15 लाख के मनी ट्रेल का पता चला है। आरोपियों के पास से तीन मोबाइल फोन, दो एटीएम कार्ड और पांच हजार रुपये नकद बरामद हुए।

ग्राहक सेवा के नाम पर ठगी

पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार दोनों जालसाजों के नाम मुस्तकीम अंसारी और मोहम्मद रिजवान निवासी देवघर है। गत वर्ष नौ अगस्त को राजन कौल नामक महिला ने साइबर पुलिस स्टेशन साउथ वेस्ट में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि गूगल पर पंजाब नेशनल बैंक का ग्राहक सेवा नंबर खोजा था। 

एक वेबसाइट पर मिले मोबाइल नंबर पर कॉल किया। कथित व्यक्ति ने उसे रस्ट डेस्क एप डाउनलोड करने की सलाह दी। इसके बाद उसके खाते से 5 लाख 45 हजार रुपये डेबिट हो गए। जांच के दौरान, संबंधित बैंकों से कथित लेन देन के लाभार्थी विवरण मांगे गए। उनका विश्लेषण करने पर पता चला कि ठगी गई रकम यूपी और एमपी के अलग-अलग बैंक खातों में पहुंची थी। 

पुलिस ने झारखंड से दबोचा

पुलिस को जांच में पता चला कि रकम झारखंड के देवघर स्थित एटीएम से निकाली गई थी। इसके बाद पुलिस टीम ने झारखंड में संभावित ठिकानों पर छापेमारी की। इसके बाद दोनों जालसाजों को अरेस्ट कर लिया गया। आरोपी गूगल पर विज्ञापन चलवाकर ग्राहक सेवा के बहाने धोखाधड़ी करते थे। इसके लिए अलग-अलग राज्यों से बैंक खाते खरीदे या कमीशन पर लिए जाते थे। पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर इनके अन्य साथियों के बारे में पता लगाने का प्रयास कर रही है। इसके अलावा पुलिस ने दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।