World Book Fair: लोगों में बढ़ते सोशल मीडिया रुझान के साथ ही डिजिटल किताबों का दौर भी बढ़ने लगा लेकि इसके बावजूद भी फिजिकल किताबों के प्रति लोगों के रुझान में कमी नहीं आई। दिल्ली के भारत मंडपम में विश्व पुस्तक मेला आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी तादाद में लोग मेले में पहुंच रहे हैं। यहां बड़ी संख्या में पहुंच रहे लोगों ने साबित कर दिया कि डिजिटल किताबों का दौर कितना भी हो लेकिन फिजिकल किताबें उनसे कहीं बेहतर हैं। बता दें कि वर्ल्ड बुक फेयर 1 फरवरी से शुरू हुआ और 9 फरवरी तक चलेगा।
फिजिकल किताबों का मुकाबला नहीं कर सकतीं डिजिटल किताबें
लोगों का मानना है कि डिजिटल किताबें, फिजिकल किताबों के मुकाबले काफी बेहतर हैं। डिजिटल किताबों के मुकाबले फिजिकल किताबें पढ़ने में ज्यादा मजा आता है। इस साल भी विश्व पुस्तक मेले के प्रति लोगों का शानदार रुझान देखने को मिल रहा है। लोग इस मेले में भारी संख्या में आकर किताबों और साहित्य के महासंगम का हिस्सा बन रहे हैं।
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शनिवार और रविवार को फ्री हो सकती है एंट्री
गुरुवार को मेले में भारी भीड़ देखने को मिली, जहां लोग अपनी पसंदीदा किताबें खरीदने और साहित्यिक कार्यकमों का आनंद लेने आए। इस भीड़ को देखते हुए सप्ताह के अंत यानी शनिवार और रविवार को मेले की टिकट फ्री करने पर विचार किया जा रहा है। बता दें कि मेले का आयोजन करने वाले इंडियन ट्रेड प्रमोशन ऑर्गनाइजेशन और नेशनल बुक ट्रस्ट की तकफ से वीकेंड पर फ्री टिकट करने पर विचार किया जा रहा है।
बुजुर्गों, दिव्यांगों और स्कूली बच्चों की फ्री एंट्री
अभी तक बुजुर्गों और दिव्यांगों के साथ ही स्कूल ड्रेस में आने वाले विद्यार्धियों को फ्री एंट्री दी जा रही है लेकिन अब शनिवार और रविवार को अन्य लोगों को भी फ्री टिकट देने पर विचार किया जा रहा है। बता दें कि दर्शकों के लिए 20 रुपए प्रवेश शुल्क रखा गया है। बता दें कि मेले के दौरान किताबों की खरीद पर 10 फीसदी से 30 फीसदी तक छूट दी जा रही है। वहीं बहुत सी स्टॉ्ल्स पर फ्री किताबें भी दी जा रही हैं।
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