Gujarat Boat Tragedy Updates: गुजरात के वडोदरा में गुरुवार को हरणी में हुए नाव हादसे में 18 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। दो लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। अन्य की तलाश जारी है। हरणी पुलिस ने बताया कि नाव पलटने से 14 लोगों की जान गई है। इसमें 12 बच्चे और 2 टीचर्स शामिल हैं। 11 बच्चों और 2 टीचर को गोताखोर और पुलिसवाले बचाने में कामयाब रहे थे। उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
14 के बैठने की क्षमता, बिठाया 27 लोगों को
हरणी पुलिस के अनुसार, जिन 18 लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ है, उनमें हरणी लेगजोन में नौकायन का काम संभालने वाली निजी कंपनी कोटिया प्रोजेक्ट के प्रबंधक और कर्मचारी शामिल हैं। शुरुआती जांच में सामने आया कि नाव क्षमता से अधिक भरी हुई थी। नाव में 14 लोगों के बैठने की क्षमता थी। बावजूद इसके 27 लोगों को बिठाया गया। लाइफ जैकेट नहीं दी गई और न ही उन्हें सुरक्षा दिशा-निर्देशों के बारे में बताया गया।पुलिस ने बताया कि वाघोडिया के न्यू सनराइज स्कूल के बच्चे और शिक्षक पिकनिक मनाने आए थे। कुल 80 लोग थे। नदी में बच्चे और टीचर्स सेल्फी ले रहे थे, तभी नाव पलट गई।
#WATCH | Gujarat: Visuals from the accident site, where a boat capsized in Vadodara's Harni Motnath Lake killing 12 students and 2 teachers on board. pic.twitter.com/rhDB5Nl7JU
— ANI (@ANI) January 19, 2024
इन बच्चों और टीचर्स की गई जान
पुलिस ने बताया कि 12 मृत बच्चों में सात लड़कियां और पांच लड़के शामिल हैं। उनकी पहचान रोशनी पंकजभाई शिंदे (10), रुतवी प्रतीक शाह (10), जाहबिया मोहम्मद यूनुस सूबेदार (10), सकीना सोकत अब्दुलरासुर (9), अलिसाबनु महामद उमर कोठारीवाला (9), मुववजा मोहम्मद माहिर शेख (8), नैन्सी के रूप में की गई। राहुल माली (8), आसिया फारुक खलीफा (11), मोहम्मद अयान मोहम्मद अनीस गांधी (13), विश्व कुमार कल्पेशभाई निज़ामा (10), अल्ताफ हुसैन मंसूरी (9), रयान हारुन खलीफा (10) और फारूक खलीफा (10) शामिल हैं। वहीं मृतकों में दो शिक्षक भी शामिल हैं, जिनकी पहचान फाल्गुनीबेन मनीषभाई पटेल (52) और छायाबेन हितेंद्रभाई सुरती (56) के रूप में हुई है।
विपक्ष ने न्यायिक जांच की उठाई मांग
इस नाव हादसे पर विपक्ष ने सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए घटना की न्यायिक जांच की मांग की। गुजरात विधानसभा में विपक्ष की नेता अमी रावत ने वडोदरा नगर निगम पर आरोप लगाते हुए एक निजी फर्म को बोटिंग का ठेका आवंटित करने पर सवाल उठाया। रावत ने कहा कि यह हत्या है, कोई दुर्घटना नहीं। हम इस घटना की मौजूदा न्यायाधीश से जांच की मांग करते हैं। यह सरासर लापरवाही का कृत्य है।
उन्होंने कहा कि घटना के समय नाव में कोई लाइफ जैकेट या लाइफगार्ड नहीं था। जिम्मेदार पाए गए लोगों के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही शुरू की जानी चाहिए। यह परियोजना 2016 में ठेकेदरों को दी गई थी। तब हमने इसका विरोध किया था।
सीएम ने पीड़ितों से की मुलाकात, पीएम-राष्ट्रपति ने जताया शोक
गुरुवार शाम को गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने वडोदरा के अस्पताल में पीड़ितों से मुलाकात की। पीएम ने शोक जताते हुए आर्थिक मदद का ऐलान किया है। राज्य सरकार ने भी आर्थिक मदद की घोषणा की। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी घटना में मारे गए लोगों पर शोक व्यक्त किया।