Attack on Karnal SCF Team: अंबाला के बराड़ा मेंं करनाल एसटीएफ की टीम को कुछ लोगों ने बंधक बनाकर मारपीट की। बताया जा रहा है कि एसटीएफ की टीम यहां पर अवैध हथियार सप्लाई के संबंध में संदिग्ध आरोपियों से पूछताछ करने गई थी और इसी दौरान इस घटना को अंजाम दिया गया। जिसके बाद डायल 112 की टीम मौके पर पहुंचकर बंधक पुलिस कर्मचारियों को छुड़ाया और उन्हें इलाज के लिए नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया। इस मामले को लेकर सहायक उप निरीक्षक बलवान सिंह की शिकायत के आधार पर बराड़ा थाने में केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी गई है।
एसटीएफ टीम को मिली थी ये जानकारी
बलवान सिंह ने पुलिस शिकायत में बताया कि वह करनाल एसटीएफ यूनिट में अनुसंधानकर्ता के रूप में नियुक्त हैं। उनके उच्चाधिकारियों को जानकारी मिली थी कि बराड़ा में रहने वाला एक व्यक्ति, जिस पर पहले भी कई केस दर्ज हैं, वह अवैध हथियारों की सप्लाई में शामिल है, इसलिए वह 14 सितंबर को अपने साथी कर्मचारी एएसआई सतनाम सिंह और रणदीप सिंह के साथ बराड़ा निवासी दलीप उर्फ विक्की से पूछताछ करने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान जब उनकी टीम एक देशी शराब के ठेके के ऊपर बने मकान में गए तो वहां मौजूद विक्की को उन्होंने अपना परिचय देते हुए पहचान पत्र भी दिखाया।
आरोपी विक्की ने चाकू से किया वार
इसके बाद जब उनकी टीम ने मिली जानकारी के आधार पर विक्की से पूछताछ शुरू की तो कुछ ही समय में वहां पर उसके लड़के हैप्पी, प्रिंस, मानव, ओम व मकान मालिक कुशल पाल चौहान भी आ गए और उन्होंने वहां पर काफी लोगों को इकट्ठा कर लिया। इसी दौरान विक्की ने अचानक उन पर चाकू से हमला कर दिया, लेकिन उन्होंने किसी तरह उन्होंने अपनी जान बचा ली। इसके बाद उनका साथी एएसआई रणदीप भी शोर सुनकर नीचे से ऊपर आ गए और अपने मोबाइल से वीडियो बनाने लगे, तो विक्की के लड़के हैप्पी ने एएसआई रणदीप सिंह का मोबाइल फोन छीनकर फेंक दिया।
आरोपियों ने गेट पर लगाया ताला
बलवान सिंह ने आगे बताया कि इस हाथापाई के दौरान आरोपियों ने उनकी पिस्टल छीनने की भी कोशिश की। इसके साथ ही विक्की ने उनकी टीम को झूठे आरोपों में फसाने की भी धमकी देकर चाकू से खुद के ही शरीर पर भी कई वार कर लिए। इसके बाद प्रिंस, मानव, हैप्पी और कुशल पाल जबरदस्ती विक्की को वहां से भगा कर ले गए।
जब बलवान सिंह की टीम ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो आरोपी हैप्पी ने घर के नीचे गेट पर बाहर से ताला लगा दिया और एसटीएफ की टीम को बंधक बना लिया। इसके बाद एएसआई रणदीप सिंह और एएसआई सतनाम सिंह ने पुलिस सहायता के लिए फोन किए तो स्थानीय पुलिस और डायल 112 ने मौके पर पहुंची और उन्हें ताला तोड़कर वहां से बाहर निकाला गया।