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हरियाणा के गुरुग्राम में साइबर क्राइम मामले में पुलिस ने आईसीआईसीआई बैंक के डिप्टी मैनेजर को गिरफ्तार किया। साइबर फ्राड मामले में अभी तक 18 बैंक कर्मचारियों को काबू किया जा चुका है। पुलिस मामले में जांच कर रही है।

गुरुग्राम: साइबर क्राइम मानेसर टीम ने साइबर ठगी में संलिप्त आईसीआईसीआई बैंक के डिप्टी मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टमेंट के नाम पर ठगी करने के मामले में साईबर ठगों को बैंक खाता मुहैया कराता था। अब तक पुलिस अलग-अलग साइबर ठगी के मामलों में 18 बैंक कर्मचारियों को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर रही है। साथ ही ठगी की राशि को रिकवर करने का प्रयास किया जा रहा है।

यह था साइबर ठगी का मामला

दरअसल, साइबर क्राइम मानेसर थाना पुलिस को एक व्यक्ति ने शिकायत दी कि उसे अच्छे रिटर्न का प्रलोभन दिया गया और एक ऐप के माध्यम से शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के नाम पर उससे करीब 25 लाख 50 हजार रुपए की ठगी की गई। पुलिस ने केस दर्ज कर कार्रवाई शुरु कर दी। मामले में साइबर क्राइम मानेसर प्रभारी इंस्पेक्टर सुनील कुमार की टीम ने सोमवार को एक आरोपी गिरफ्तार कर लिया। जिसकी पहचान पंजाब के फतेहगढ़ साहिब निवासी आकाशदीप सिंह के रूप में हुई। पुलिस इस केस में दो आरोपियों फतेहगढ़ साहिब के ही हरप्रीत सिंह व पटियाला के देवेंद्र सिंह को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।

आरोपियों से पूछताछ में हुआ खुलासा

आरोपियों से पूछताछ में सामने आया कि आरोपी आकाशदीप तथा हरप्रीत आईसीआईसीआई बैंक में कर्मचारी थे। आकाशदीप तथा हरप्रीत ने आरोपी देवेन्द्र का बैंक खाता खुलवाकर साईबर ठगों को उपलब्ध करवाया था। जिसके बदले देवेन्द्र को 10 हजार रुपए, हरप्रीत को 20 हजार रुपए मिले थे। आकाशदीप बैंक में वर्ष 2022 से तैनात हैं तथा फिलहाल डिप्टी मैनेजर के पद पर कार्यरत था। आरोपी ने पुलिस को बताया कि शिकायतकर्ता से ठगी गई राशि में से 25 लाख रुपए आरोपी देवेन्द्र के बैंक खाता में ट्रांसफर कराए गए थे।

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