Gurugram Dowry Case: हरियाणा के गुरुग्राम में बारात लेकर पहुंचे लोगों को खाली हाथ ही लौटना पड़ा क्योंकि दूल्हा और उसका परिवार लालची था। दरअसल, 25 फरवरी की रात गुरुग्राम के भंगरोला निवासी चंचल की बारात जुडौला गांव से आई थी। दूल्हा मोहित और उसका परिवार धूमधाम से बारात लेकर आए थे लेकिन शादी की रस्में शुरू होने से पहले ही दूल्हा पक्ष ने वधू पक्ष से 51 लाख रुपये और एक फॉर्च्यूनर कार की मांग रख दी। हालांकि दूल्हे पक्ष की इस हरकत से दूल्हन पक्ष के लोगों ने शादी कराने से साफ इनकार कर दिया। 

तनाव में बदला शादी का माहौल 

शादी का माहौल तनाव के माहौल में बदल गया और हर तरफ सन्नाटा पसर गया। दूल्हे और उसके परिवार को शादी स्थल पर रोक लिया गया। इसके साथ ही दूल्हन पक्ष ने अपने द्वारा दिया गया सारा दहेज का सामान भी वापस मांग लिया। मामला इतना बढ़ गया कि पंचायत बैठानी पड़ी। पंचायत में घंटों बातचीत चली और दुल्हन पक्ष में फैसला लिया गया।

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पंचायत ने लिया फैसला

पंचायत ने फैसला लिया कि दूल्हे पक्ष को 73 लाख रुपए दुल्हन पक्ष को देने होंगे। इसके बाद मजबूरन दूल्हे के परिवार को अपना घर और जमीन गिरवी रखकर दुल्हन पक्ष को 73 लाख रुपए वापस करने पड़े। इसके बाद रात में ही बारात वापस लौट गई। इस घटना के बाद दोनों गांवों में हड़कंप मच गया और ये बारात चर्चा का विषय बन गई। खबर मिलते ही पुलिस भी हरकत में आई और पुलिस की मौजूदगी में दोनों पक्षों में लिखित में समझौता हुआ। इस समझौते में 73 लाख रुपये की वापसी और शादी तोड़ने की बात दर्ज की गई। 

दुल्हन के पिता ने बताई आपबीती

इस बारे में जानकारी देते हुए वधू चंचल के पिता ने बताया कि वे दिल्ली पुलिस में कॉन्स्टेबल हैं और 25 फरवरी को बेटी की शादी करनी थी। उन्होंने पहले ही लड़के को दहेज में ब्रेजा कार दी थी। साथ ही बहुत से तोहफे और अन्य घरेलू सामान दिया था। बारात आने के बाद अचानक से दूल्हे पक्ष की मांग बढ़ गई, जिसने हमें हैरान कर दिया। इसके बाद हमने ये शादी तोड़ने का फैसला किया।

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