बहादुरगढ़: जिंदगी में कई हादसे हमारी असावधानी और लापरवाही के कारण होते हैं। एचएसआईआईडीसी के सेक्टर-16 में गत दिवस हुए भीषण अग्निकांड से भी सबक लेने की जरूरत है। केमिकल फैक्टरी में लगी आग 36 घंटे बाद भी उसी तरह धधक रही है। आग पर अभी तक काबू नहीं पाया जा सका। दमकल विभाग की टीम आग पर काबू पाने का प्रयास कर रही है। वहीं, केमिकल फैक्टरी के साथ लगती फैक्ट्रियों में आग फैलने से रोकने के लिए दमकल विभाग की टीम मुस्तैद है।
300 गाड़ियां डाला जा चुका पानी
बता दें कि नैनपाओ फैक्टरी के गोदाम में लगी आग करीब 36 घंटे बाद भी नहीं बुझी है। अब तक दमकल विभाग की करीब 300 गाड़ियां भरकर पानी डाला जा चुका है। इनमें बहादुरगढ़ की 8, गुरुग्राम की 4, दिल्ली की 3, झज्जर व सोनीपत की 2-2, खरखोदा व बाढ़सा की 1-1 दमकल गाड़ी आग बुझाने में जुटी हुई है। इसके अलावा आसौदा स्थित एचपीसीएल से आया फोम टेंकर भी यहां खाली किया जा चुका है। फैक्टरी में रखा अति ज्वलनशील एडहेसिव पानी डालने से भी भड़क रहा है। भीषण अग्निकांड में भवन की छत गिर चुकी है और दीवारें भी ढह चुकी हैं। साथ लगती फैक्ट्रियों के भवनों को भी चपेट में लेना शुरू कर दिया था।
उद्यमी व प्रशासन नहीं ले रहा सबक
आग लगने की ज्यादातर घटनाएं लापरवाही की वजह से ही होती हैं। औद्योगिक क्षेत्र में लगातार बढ़ रहे अग्निकांडों से उद्यमी और प्रशासन सबक नहीं ले रहा हैं। वीरवार को केमिकल गोदाम में लगी आग ने सिद्ध कर दिया कि यहां कभी भी एक छोटी सी चिंगारी बड़ी तबाही मचा सकती है। बहादुरगढ़ में छोटी-बड़ी फैक्ट्रियों में मानकों की अनेदखी जान-माल पर भारी पड़ रही है। एक के बाद एक हो रहे बड़े अग्निकांड से सबक नहीं लिया जा रहा। आपात स्थिति के लिए इंतजाम महज औपचारिकता तक सीमित होते हैं। कोई बड़ा हादसा होने पर अफसर नोटिस देने की बात कहकर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर लेते हैं। हालांकि फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट जारी करने की पूरी प्रक्रिया को दुरुस्त करने की जरूरत है।