जींद: क्षेत्र की रहने वाली एक विवाहिता को धोखे से दवाई देकर अवैध रूप से गर्भपात करवा दिया। गर्भपात होने के कारण विवाहिता की तबीयत बिगड़ गई, जिसके कारण महिला को नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया गया। नागरिक अस्पताल (Civil Hospital)के नोडल अधिकारी की शिकायत पर शहर थाना पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर पति समेत तीन लोगों के खिलाफ एमटीपी तथा पीएनडीटी एक्ट समेत विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
28 मई को किया था प्रेम विवाह
नागरकि अस्पताल के नोडल अधिकारी डॉ. पालेराम को शहर थाना इलाके की एक महिला ने फोन कर बताया कि उसने 28 मई को शर्मा नगर निवासी सचिन से प्रेम विवाह किया था। वह लगभग ढाई माह की गर्भवती थी। ससुराल पक्ष के लोगों की प्रताड़ना के कारण उसने पुलिस को शिकायत दी हुई है। 11 नवंबर को ससुरालजनों ने योजना के तहत उसे गर्भपात (Abortion) दवाई खिला दी। जब वह घर की सफाई कर रही थी तो उसे दवाई का खाली रेपर भी मिला। पुलिस उसे वन स्टॉप सेंटर ले आई, जहां पर उसके पेट में दर्द हुआ और ब्लीडिंग शुरू हो गई। उसे नागरिक अस्पताल में दवाई दी गई।
अल्ट्रासाउंड से हुआ गर्भपात का खुलासा
महिला ने बताया कि जब पेट का दर्द बंद नहीं हुआ तो उसका अल्ट्रासाउंड करवाया गया, जिसकी रिपोर्ट में अधूरा गर्भपात होने का खुलासा हुआ। उसे नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाते हुए गर्भपात करवाया गया। नागरिक अस्पताल के नोडल अधिकारी डॉ. पालेराम की शिकायत पर शहर थाना पुलिस ने महिला के पति सचिन, सास सुनीता, ननद नेहा के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू की। शहर थाना की जांच अधिकारी रीना ने बताया कि नागरिक अस्पताल के नोडल अधिकारी ने अवैध रूप से गर्भपात करवाने की शिकायत की थी। फिलहाल मामला दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।