Jind Khap Panchayat: हरियाणा विधानसभा बजट सत्र के तीसरे दिन बीजेपी के मंत्री और विधायक के बीच जलेबी और गोबर को लेकर बहस हो गई, जिसके चलते सदन में हंगामा हुआ। नेताओं के इस बयान को लेकर जींद की खाप पंचायतों ने नाराजगी जताई है। खाप पंचायतों का कहना है कि जनता ने जिन प्रतिनिधियों को चुनकर विधानसभा तक पहुंचाया, उन्हीं की ओर से इस तरह की बयानबाजी होना बहुत ही अशोभनीय है।
बता दें कि जींद जिले की माजरा खाप के प्रधान सरदार गुरविंदर सिंह, कंडेला खाप के प्रधान ओमप्रकाश कंडेला और जुलाना खाप के प्रधान बसाऊ लाठर ने बीजेपी नेताओं की गोबर पीने के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
'शर्मसार हुआ पूरा हरियाणा'
सदन में मंत्री और नेता के बयान को लेकर खाप पंचायत के प्रधानों ने कहा कि विधानसभा में प्रदेश सरकार के एक मंत्री ने अपनी ही पार्टी के विधायक पर गोबर खाने के आरोप लगाए और इसके जवाब में विधायक की प्रतिक्रिया से समाज में गिरावट आ रही है। पंचायतों ने सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों को समाज की ताना-बाना बिगड़ के लिए जिम्मेदार ठहराया है।
उन्होंने कहा कि माननीयों को इस तरह की भाषा शोभा नहीं देती है। पहले से ही असामाजिक कानूनों के चलते समाज की हालत खराब है। ऐसे में विधानसभा में जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया गया है, उससे पूरा हरियाणा शर्मसार हुआ है। खाप पंचायतों के प्रधानों के मुताबिक, लिव-इन रिलेशनशिप जैसे असामाजिक कानूनों की वजह से समाज में गिरावट आ रही है।
दोनों पक्षों को सुनाई खरी-खोटी
खाप के प्रधानों ने कहा कि कानून समाज के लिए होना चाहिए, न कि कानून के लिए समाज। उन्होंने समाज को खराब करने के लिए दोनों पक्षों को जिम्मेदार ठहराते हुए सवाल किया कि क्या जनता ने इसलिए उन्हें सदन में भेजा था, जिससे गोबर खाने जैसे बेतुके मुद्दे उठा सकें। इसके अलावा खाप पंचायतों ने अपनी कुछ मांगे भी रखी हैं। इनमें कहा गया कि लव मैरिज करते वक्त गांव, गोहांड, सम गोत्र को न देखा जाए। साथ ही मां-बाप की सहमति से लव मैरिज मानी जाए। इतना ही नहीं, लिव इन रिलेशनशिप, समलैंगिक कानूनों को जड़ से खत्म किया जाए।
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