जींद: स्वास्थ्य विभाग की एमपीएचडब्ल्यू महिला कर्मी द्वारा सहयोगी स्टाफ से परेशान होकर जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या करने के मामले में स्वास्थ्य विभाग सख्त हो गया। एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल स्वास्थ्य अधिकारियों से मिल कर बात करेगा और ऐसे मामले में कड़ा संज्ञान लिया जाएगा। इसके अलावा इस तरह की घटनाएं दोबारा न हो, इसको लेकर जल्द ही एडवाइजरी भी जारी की जाएगी। सदर थाना सफीदों पुलिस ने मृतका के पति की शिकायत पर स्वास्थ्य विभाग के तीन कर्मियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजूबर करने का मामला दर्ज कर लिया है। वहीं स्वास्थ्य विभाग भी अपनी तरफ से जांच कर रहा है।
क्या है पूरा मामला
गांव दालमवाला निवासी राममेहर ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसकी पत्नी लक्ष्मी स्वास्थ्य विभाग में एमपीएचडब्लयू के पद पर गांव भुसलाना में ड्यूटीरत थी। कुछ दिनों से हैल्थ सब सेंटर में आशा वर्कर बानो उसकी बात नहीं मानती। विभाग का एआई प्रदीप तथा कोर्डिनेटर जगदीश उसकी पत्नी पर बुरी नजर बनाए हुए थे। उसकी पत्नी पर झूठे बिलों पर साइन करने के लिए दबाव बनाया जा रहा था। तीनों आरोपितों से परेशान होकर उसकी पत्नी लक्ष्मी ने भुसलाना हैल्थ सेंटर में ही जहरीला पदार्थ निगलकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग के एआई प्रदीप, कोर्डिनेटर जगदीश तथा आशा वर्कर बानो के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज किया।
मरने से पहले बयान का बनाया वीडियो
मृतका स्वास्थ्यकर्मी लक्ष्मी को जब नागरिक अस्पताल में उपचार के लिए लाया गया तो उसने मरने से पहले बाकायदा अपने ब्यान भी दिए, जिसका वीडियो भी बनाया गया। इस वीडियो में मृतका के नाक में नली लगी हुई है और वह अपनी बात कह रही है। अपने साथ हो रही ज्यादतियों की हर जानकारी दी, जिसका वीडियो भी वायरल हुआ।
सीएमओ ने लिया संज्ञान
सीएमओ डॉ. गोपाल गोयल ने इस मामले में कड़ा संज्ञान लिया। सोमवार को नागरिक अस्पताल में एक महिला स्वास्थ्यकर्मी की रिटायरमेंट पार्टी थी। जिसमें सीएमओ ने सभी कर्मियों से स्पष्ट किया कि अगर महिला कर्मियों पर जरा सा भी सहयोगी स्टाफ द्वारा दबाव बनाया जा रहा है या फिर ज्यादती की जा रही है तो तुरंत इस मामले को अपनी एसोसिएशन के संज्ञान में लाया जाए। एसोसिएशन अधिकारियों से बातचीत करेगी और ऐसे मामलों में कड़ा संज्ञान लिया जाएगा।