नारनौल: नागरिक अस्पताल के बिजली चैंबर में बीती मध्य रात्रि को अज्ञात कारणों के चलते आग लग गई, जिससे चैंबर में लगे बिजली के उपकरण, दरवाजे, खिड़की, एसी, पंखा आदि जल गए। हालांकि आग उस जगह लगी, जहां बिजली की तारों को बंदरों ने काट दिया था और बरसात (Rain) का पानी घुसने के कारण शॉर्ट सर्किट होने से आगजनी हुई। आग लगने से अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग समेत विभिन्न वार्डों की बिजली गुल हो गई। बिजली न होने के कारण हालात इस कद्र खराब हुए कि अस्पताल की ओटी में बैठे डाक्टरों को अंधेरे में मोबाइल फोन की टॉर्च जलाकर काम करना पड़ा।
पुरानी बिल्डिंग में है लेबोरेट्री व अल्ट्रासाउंड केंद्र
जानकारी अनुसार नागरिक अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग में लेबोरट्ररी एवं अल्ट्रासाउंड (Ultrasound) केंद्र बना है, वहीं एक कमरे में बिजली का चैंबर बनाया हुआ है। इसे अस्पताल का मिनी पॉवर हाउस भी कहा जाता हैं। बीती मध्य रात्रि को इसी मिनी पॉवर हाउस में आग लग गई। आग का धुआं आसपास के वार्डों में घुसा तो आग का पता चला। इसके पास ही मैटरनिटी वार्ड बना है, जिसमें भर्ती गर्भवती महिलाओं एवं जच्चा बच्चा को आपातकालीन वार्ड की नई बिल्डिंग में शिफ्ट किया गया। आग का पता लगने पर अस्पताल में अफरा तफरी मच गई तथा पुरानी बिल्डिंग में ठहरे लोगों को वहां से निकाला गया, ताकि कोई बड़ी अनहोनी होने से बच सके।
पुरानी बिल्डिंग में बने ये वार्ड
बिजली के जिस चैंबर में आग लगी, उस पुरानी बिल्डिंग में लैब बनी है। लैब के साथ ही अल्ट्रासाउंड केंद्र, ब्लड बैंक, ईसीजी कक्ष, वरिष्ठ नागरिक कक्ष इत्यादि बने हैं। अस्पताल के मेडिकल सुपरीडेंट का कक्ष भी इसी भवन में स्थित है। जबकि औषधालय (Dispensary) एवं नेत्र रोग जांच भी इसी में स्थापित है। दंत चिकित्सा कक्ष व प्रसूता वार्ड भी यहीं बने हैं। इसके अलावा भी अधिकांश अस्पताल को इसी बिल्डिंग में समेटा हुआ है, जहां बिजली गुल होने से परेशानी हुई।
लैब नहीं चलने से हुई सबसे ज्यादा परेशानी
अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग में लैब बनी हुई है, जहां रोगियों के विभिन्न रोगों की जांच की जाती है। अस्पताल की एडमिशन पर्ची भी यहीं काटी जाती है। बिजली नहीं होने के कारण लैब की मशीनें नहीं चल पाई तथा अस्पताल आए रोगियों को निराशा का सामना करना पड़ा। अस्पताल आए मरीज अंधेरे के चलते इधर उधर भटकते रहे। हालांकि शनिवार का दिन होने एवं भारी ठंड होने के कारण कम ही लोग अस्पताल पहुंचे, जिस कारण कार्य मशीनों/कंप्यूटर की बजाय मैनुअल ही किया गया।
यह बोली अधिकारी
नागरिक अस्पताल की चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आशा शर्मा ने बताया कि नागरिक अस्पताल (Civil Hospital) के बिजली चैंबर की केबलों को बंदरों ने काट रखा था। संभवतया बरसात के दौरान उन्हीं कटों में से बरसात का पानी केबलों में प्रवेश कर गया और अचानक बिजली चैंबर में आग लग गई। आग से कोई बड़ा नुकसान तो नहीं हुआ, लेकिन इससे कई उपकरण जल गए तथा अस्पताल की बिजली गुल हो गई। सुबह होने पर बिजली से इंजीनियरों को लगाया गया और अस्पताल की बिजली बहाल करने के प्रयास किए गए।