Panchkula : हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने विपक्ष पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि 2014 से पूर्व कांग्रेस सरकार के 10 वर्षों के कार्यकाल में पंचकूला के साथ हर क्षेत्र में भेदभाव किया गया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में आज पंचकूला उपेक्षित से विकसित पंचकूला बन गया है। ज्ञानचंद गुप्ता विकसित भारत संकल्प यात्रा जनसंवाद के तहत गांव दबकौरी में आयोजित कार्यक्रम में बोल कर रहे थे। उन्होंने हरियाणा सरकार की उपलब्धियों को जनता के सामने रखा और पीएम मोदी के संकल्प को दोहराया।
नेताओं की आपसी खिंचतान में पंचकूला विकास से रहा मोहताज, नहीं मिली सरकारी नौकरियां
ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुमारी सैलजा में खिंचतान के चलते पंचकूला विकास को मोहताज रहा और जो परियोजनाएं पंचकूला में आनी थी वह प्रदेश के दूसरे जिलों में चली गई। नौकरियों के मामलें में भी पंचकूला के युवाओं के साथ पक्षपात किया गया। पूर्व में जिस क्षेत्र का मुख्यमंत्री होता था, उसी क्षेत्र के युवाओं को नौकरियों में वरियता दी जाती थी। ओमप्रकाश चौटाला के समय सिरसा, स्वर्गीय भजन लाल के समय हिसार, स्वर्गीय चैधरी बंसीलाल के समय भिवानी और भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समय रोहतक के युवाओं को नौकरिया मिली। इसके विपरीत वर्तमान सरकार में पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के परिणामस्वरूप युवाओं को बिना खर्ची पर्ची के मैरिट के आधार पर सरकारी नौकरियां दी जा रही है। पंचकूला से 7 एचसीएस और 3 आईएएस बन कर आए है।
2014 से पूर्व गांव में केवल 7 से 8 घंटे बिजली आती थी, आज 24 घंटे मिल रही
ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि 2014 से पूर्व गांव में केवल 7 से 8 घंटे बिजली आती थी। जबकि आज शहरों के साथ-साथ गांव और ढाडियों में 24 घंटे बिजली की आपूर्ति की जा रही है। बिजली की पुरानी तारों को नई तारों से बदला गया है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य हुए है। 2014 से पूर्व सिविल अस्पताल पंचकूला में 100 बैड की क्षमता थी जो आज बढ़कर 500 हो गई। इसके अलावा गांव कोट, रत्तेवाली, बरवाला और बतौड में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों का निर्माण किया गया है।
2014 तक पंचकूला में केवल 40 ट्यूब्वैल लगाए, 9 सालों में 45 नए ट्यूब्वैल लगे
ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि पंजाब के कजौली वॉटर वर्क्स से पंचकूला तक पानी लाने के लिए पाईप लाईन बिछाने का कार्य 2005 से 2014 तक लंबित पड़ा रहा परंतु वर्तमान सरकार आते ही 42 लाख रुपए की लागत से पाईप लाईन डालने का कार्य पूरा किया। आज पंचकूला में पीने के पानी की कोई समस्या नहीं है। 2014 तक पंचकूला में केवल 40 ट्यूब्वैल लगाए गए जबकि पिछले 9 सालों में 45 नए ट्यूब्वैल लगाने का कार्य किया गया। 2014 से पूर्व वृद्धावस्था सम्मान भत्ता के रूप में केवल 700 रुपए दिए जाते थे, जबकि वर्तमान सरकार ने इसे बढ़ाकर 3000 रुपए कर दिया है।