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हरियाणा के गन्नौर में कैंसर की रोकथाम के नाम पर टीका लगाने से हुई पंप आपरेटर की मौत मामले में पुलिस ने खुलासा किया। मृतक के बेटे ने अपनी प्रेमिका के साथ मिलकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू की।

गन्नौर/सोनीपत: गांव पुरखास राठी में कैंसर की रोकथाम के नाम पर टीका लगाने से सहायक पंप आपरेटर की मौत के मामले का पुलिस ने पटाक्षेप किया। मृतक के बेटे ने अपनी प्रेमिका के साथ मिलकर अपने पिता व भाई की हत्या का षड्यंत्र रचा था। वह अपनी सहकर्मी के साथ अंतरजातीय प्रेम विवाह करना चाहता था, लेकिन उसे डर था कि उसके पिता व भाई उसके विवाह में बाधा बनेंगे। इसके चलते उसने अपनी प्रेमिका को घर भेजकर अपने पिता को टीके की ओवरडोज लगवा दी, जिससे उनकी मौत हो गई। वह भाई को भी रास्ते से हटाना चाहता था, लेकिन उसने टीका लगवाने से मना कर दिया। पुलिस ने आरोपित बेटे नवीन व उसकी प्रेमिका सुषमा को गिरफ्तार कर लिया।

यह था हत्या का पूरा मामला

गांव पुरखास राठी निवासी परमिंदर ने 12 मई को गन्नौर थाना पुलिस में शिकायत दी कि उसके पिता दलबीर जनस्वास्थ्य विभाग में सहायक पंप ऑपरेटर के तौर पर कार्यरत थे। उसके पिता 12 मई को घर पर ही थे। उनके घर में एक महिला आई और उसने बताया कि वह खानपुर कलां मेडिकल कॉलेज अस्पताल से आई है। महिला ने बताया था कि वह कैंसर की रोकथाम के लिए टीकाकरण कर रही हैं। जिसके बाद उनके पिता दलबीर व मां ने टीकाकरण करवा लिया। टीका लगवाने के कुछ समय बाद उनके पिता की हालत बिगड़ गई। उन्हें खानपुर कलां मेडिकल कालेज अस्पताल ले जाया गया तो चिकित्सक ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मामले में पुलिस ने गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया था।

सीसीटीवी में कैद हुए दोनों

पुलिस महिला का पता लगाने के लिए गांव में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगालने में जुटी थी। इस दौरान पुलिस को गांव के अड्डे पर लगे सीसीटीवी में फुटेज मिली। जिसमें दलबीर का छोटा बेटा नवीन एक महिला के साथ बाइक पर आता और जाता दिखाई दिया। पुलिस ने शक के आधार पर नवीन से सख्ती से पूछताछ की तो उसने हत्या करना कबूल कर लिया। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर मामले में पूछताछ शुरू की।

अस्पताल से चुराया था इंजेक्शन

नवीन व सुषमा दोनों काफी समय से अस्पताल में काम करते थे। उन्हें दवाओं के बारे में काफी जानकारी थी। नवीन ने अपने पिता व भाई को रास्ते से हटाने के लिए अस्पताल से एटरा क्यूरियम का इंजेक्शन चुरा लिया था। एटरा क्यूरियम इंजेक्शन मांसपेशियों को सुन्न करने के लिए दिया जाता है। उसे पता था कि इंजेक्शन की अगर ओवरडोज दे दी जाए तो मौत हो सकती है। उसने सुषमा को अपने पिता व भाई को इंजेक्शन लगाने को कहा था। वह सुषमा को अस्पताल से अपनी बाइक पर बैठा कर गांव लाया, जिसके बाद सुषमा उनके घर पहुंची और उसके पिता को करीब 10 एमएल डोज दी, जो काफी ज्यादा थी। इससे उनकी मौत हो गई। भाई ने इंजेक्शन लगवाने से मना कर दिया। जबकि उसकी मां को पानी में पेरासीटामाल मिलाकर उसका इंजेक्शन लगाया था, जिससे उनकी तबियत नहीं बिगड़ी।

गहनता से पूछताछ कर रही पुलिस

थाना प्रभारी सत्येंद्र कुमार ने बताया कि गांव पुरखास में टीका लगाने से मौत के मामले में जांच करने पर पता लगा था कि बेटे ने ही पिता की हत्या का षड्यंत्र रचा था। आरोपी व उनके पिता को इंजेक्शन लगवाने वाली उसकी सहकर्मी स्टाफ नर्स को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों को रिमांड पर लेकर गहनता से पूछताछ की जाएगी।

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