Fatehabad : क्षेत्र के गांव सनियाना में वीरवार को संदिग्ध परिस्थितियों में एक लड़की की मौत होने के बाद उसका अंतिम संस्कार करने पर बुआ की शिकायत पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर चिता से अधजला शव शमशान भूमि से बरामद किया। पुलिस ने शुक्रवार को मृतका की मां व बुआ के अलग-अलग बयान दर्ज किए। पुलिस अब शव को फतेहाबाद के नागरिक अस्पताल से देर रात को अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में लेकर जाएगी। जहां शनिवार को शव का बोर्ड से पोस्टमार्टम होगा। पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद संबंधित मामले में एफआईआर दर्ज करेगी।
पुलिस को दिए बयान में मृतका की मां सोमा देवी ने बताया कि उसकी बेटी तमन्ना 12वीं कक्षा की पढ़ाई के पेपर देने को लेकर मानसिक तनाव में थी। उसने शादी के बाद घर पर आते ही फांसी का फंदा लगाकर जीवन लीला को समाप्त कर लिया। दूसरी ओर मृतका की बरवाला निवासी बुआ पूनम ने बताया कि उसकी 18 वर्षीय भतीजी तमन्ना का 15 दिसंबर 2023 को सिरसा जिला के गांव कंवरपुरा निवासी रोहताश के साथ विवाह कर दिया। जिससे उसकी इच्छाओं के खिलाफ शादी का 18 दिसंबर को विरोध किया तो तमन्ना को मारकर फांसी पर लटका दिया। पुलिस दोनों ही पक्षों के बयान शुक्रवार को दर्ज करके देर शाम को भूना से नागरिक अस्पताल फतेहाबाद के लिए रवाना हुई। जहां से अब तमन्ना के शव को अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में ले जाकर बोर्ड से मेडिकल करवाया जाएगा। पुलिस पूरे मामले के कई पहलुओं पर जांच कर रही है।
क्या है पूरा मामला
बता दें कि वीरवार की देर शाम को पुलिस शिकायत में बरवाला निवासी एवं लड़की की बुआ पूनम देवी ने बताया था कि उसके भाई राकेश कुमार की करीब 5 वर्ष पहले मृत्यु हो गई थी और उसकी पत्नी सोमा देवी ने गांव के ही मुकेश नामक युवक से शादी कर ली थी। उसकी भतीजी तमन्ना 12वीं कक्षा की पढ़ाई कर रही थी और 15 दिसंबर 2023 को सिरसा जिला के गांव कंवरपुरा निवासी रोहताश के साथ विवाह कर दिया। 18 दिसंबर को तमन्ना सनियाना गांव में आई तो उसको मार दिया। क्योंकि उसने अधेड़ उम्र के व्यक्ति से विवाह के खिलाफ आवाज उठाई थी। महिला की शिकायत के बाद एसएचओ सादी राम ने मौके पर पहुंचकर अंतिम संस्कार के लिए लड़की के शव को जलती चिता से बाहर निकाला और डीएसपी को मामले की सूचना दी। घटना की सूचना मिलते ही डीएसपी संजय बिश्नोई व सीन ऑफ क्राइम की टीम के इंचार्ज डॉक्टर जोगिंदर सिंह मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को वीरवार की देर रात सनियाना से ले जाकर शवगृह नागरिक अस्पताल में रखवा दिया था।