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NOTA Votes in Haryana: लोकसभा चुनाव में हिस्सा के लिए हरियाणा के लोगों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, लेकिन कई ऐसे मतदाता थे, जिन्होंने लोकतंत्र के इस पर्व में भागीदारी तो की, लेकिन प्रत्याशी या राजनीति दल को चुनने की बजाए अपनी नाराजगी जाहिर कर दी। नीचे पढ़िये कौन से जिले में कितने मतदाताओं ने नोटा को वोट दिया।

हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस को 5-5 सीटें मिली हैं। भारतीय जनता पार्टी ने जहां यह चुनाव पीएम मोदी के नाम पर लड़ा, वहीं इंडिया गठबंधन ने लोकतंत्र बचाओ, संविधान बचाओ का नारा दिया था। अपने मुद्दों को लेकर इस भीषण गर्मी में भी हरियाणा के लोग घरों से बाहर निकले और अपने पसंदीदा प्रत्याशी और दल को वोट दिया। हालांकि कई ऐसे लोग थे, जो कि मतदान केंद्र तक पहुंचे, लेकिन किसी प्रत्याशी या राजनीतिक दल को वोट देने की बजाए नोटा को वोट दे दिया। 

यह ऐसी व्यवस्था है, जिसमें पसंद का उम्मीदवार न होने पर नोटा को वोट दिया जा सकता है। इस बार के लोकसभा चुनाव में प्रदेश भर में 43542 लोगों ने नोटा को वोट दिया है। उन पर न तो मोदी का जादू चल पाया और न ही इंडिया गठबंधन और अन्य दलों की अपील काम कर पाई। चलिये सिलसिलेवार बताते हैं कि किस जिले में कितना वोट नोटा को गया है। 

फरीदाबाद में सबसे ज्यादा वोट नोटा को गए 

फरीदाबाद लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी कृष्णपाल गुज्जर ने जीत हासिल की। कांग्रेस प्रत्याशी महेंद्र प्रताप सिंह दूसरे स्थान पर रहे। कृष्णपाल को 787569 वोट मिले। नोटा की बात की जाए तो यहां सर्वाधिक 6821 लोगों ने किसी प्रत्याशी को वोट देने की बजाए नोटा का बटन दबाया। 

नोटा के मामले में अंबाला दूसरे नंबर पर 

अंबाला लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी बंतो कटारिया को कांग्रेस के वरुण चौधरी से 47060 वोटों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा। यहां नोटा को 6371 वोट मिले।

गुरुग्राम में राज बब्बर से भी प्रभावित नहीं दिखे मतदाता 

गुरुग्राम लोकसभा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी राव इंद्रजीत सिंह के खिलाफ कांग्रेस प्रत्याशी राज बब्बर थे। शुरुआत में वो दौड़ में आगे थे, लेकिन बाद में पिछड़ते चले गए। राव इंद्रजीत को 805161 वोट मिले, जबकि राज बब्बर के खाते में 73465 वोट मिल पाए। यही नहीं, 6417 मतदाता ऐसे थे, जिन्होंने न तो राव इंद्रजीत सिंह को और न ही राज बब्बर समेत अन्य प्रत्याशियों को वोट दिया। इन्होंने नोटा का ही बटन दबाया, मतलब गुरुग्राम लोकसभा सीट के सभी प्रत्याशी उन्हें नापसंद थे। 

भिवानी महेंद्रगढ़ में भी सियासी जादू नहीं चला 

भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी चौधरी धर्मबीर को कांग्रेस प्रत्याशी राव दान सिंह को 40809 वोटों से हराया। चौधरी धर्मबीर को 582735 वोट मिले, लेकिन 5197 मतदाता ऐसे रहे, जिन्होंने किसी प्रत्याशी को वोट देने की बजाए नोटा का बटन दबाया। नीचे देखिये अन्य जिलों की लिस्ट...

लोकसभा  सीट कौन जीता कौन हारा नोटा को मिले वोट
सिरसा        कुमारी शैलजा (कांग्रेस)

अशोक तंवर (बीजेपी)

4123
करनाल      मनोहर लाल (बीजेपी) दिव्यांशु बुद्धिराजा     (कांग्रेस) 3955
हिसार      जयप्रकाश (कांग्रेस) रणजीत सिंह (बीजेपी)       3366
कुरुक्षेत्र    नवीन जिंदल (बीजेपी) सुशील गुप्ता (आप)     2439
रोहतक   दीपेंद्र हुड्डा (कांग्रेस)   अरविंद शर्मा (बीजेपी)   2362
सोनीपत
 
सतपाल ब्रह्मचारी (कांग्रेस)   मोहन लाल (बीजेपी) 2320

 

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