Haryana : प्रदेश सरकार ने आपात सेवाओं की दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए जिलों में अग्निशमन बाइक दी। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने सात जिलों के 40 अग्निशमन बाइक को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। बाकी 60 बाईक भी जल्द ही शेष जिलों को सौंप दी जाएगी। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि बाइक से आपातकालीन सेवाएं पहुंचाने में मदद मिलेगी। राज्य सरकार निरंतर फायर एंड इमरजेंसी सर्विसिज को बेहतर बना रही है। सरकार प्रदेश में 80 मंजिला ऊंची इमारत तक आगजनी की घटना को काबू करने के लिए भी व्यवस्था कर रही है। प्रदेश के सात शहरों में 10 मंजिला इमारत है और यहां 80 मीटर ऊंचाई के लिए फायर टेंडर की प्रक्रिया जारी है।
फायर अधिकारियों से सिस्टम को बेहतर बनाने के मांगे सुझाव
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने करनाल, पानीपत, कुरुक्षेत्र, पंचकुला, अंबाला, यमुनानगर, जींद और हेड क्वार्टर से आए हुए फायर अधिकारियों से अग्निशमन व आपातकाल की स्थिति से निपटने के लिए सिस्टम और बेहतर करने पर चर्चा की और अधिकारियों से सुझाव लिए। उन्होंने अग्निशमन अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत की गई मांगो को भी जल्दी ही पूरा करने का आश्वासन दिया। साथ ही अग्निशमन व आपातकाल सर्विस के अधिकारियों को अपने संबंधित क्षेत्र में गंभीरता से कार्य करने व अग्निशमन विभाग के मुताबिक फायर सिस्टम को दुरूस्त करने के निर्देश दिए।
शिक्षण संस्थानों में फायर सिस्टम चेक करने के दिए निर्देश
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने अधिकारियों को जिलों में शिक्षण संस्थान, विश्वविद्यालय, कॉलेज, पेट्रोल पंप, उद्योगों, मैरिज बैंक्वेट हॉल का निरीक्षण करने और फायर सिस्टम को चेक करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यदि किसी संस्था या उद्योग के फायर सिस्टम खराब हुए है तो उनको 30 दिन का नोटिस देकर निर्देश दें ताकि वे अपने फायर ऑपरेटर्स दुरुस्त कर लें। सभी जिलों में बड़ी व छोटी औद्योगिक इकाईयों के भी फायर सिस्टम चेक किए जाए। अगर 30 दिन के नोटिस के बावजूद भी कोई संस्थान अपने फायर सिस्टम को अग्निशमन विभाग के मुताबिक दुरूस्त न करें तो उसके खिलाफ कारवाई अमल में लाई जाए।
हुड्डा के बयान पर बोले, ना रिटायर्ड, ना टायर्ड वालों को जनता ने दिखाया बाहर का रास्ता
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा के एक बयान पर दुष्यंत चौटाला ने कहा कि ना रिटायर्ड और ना टायर्ड का फैसला तो जनता के हाथ में होता है। हाल ही में चार राज्यों के चुनाव परिणाम में ना रिटायर्ड और ना टायर्ड कैटेगरी के नेताओं को जनता ने बाहर का रास्ता दिखाया। वहीं विपक्षी दलों के गठबंधन पर उन्होंने कहा कि कई दौर की बैठकों के बावजूद विपक्षी दलों में कोई सहमति नहीं बनी और न ही आने वाले समय में विपक्षियों में सीट शेयरिंग पर कोई सहमति बनती दिख रही है।