Sonipat : खरखौदा के गांव गोरड में रात को खाना देने से मना करने पर फास्ट फूड दुकान संचालक एवं नवचयनित आईटीआई इंस्टेक्टर धर्मेंद्र की पीटकर व नुकीले हथियार से हमला कर हत्या कर दी गई। हमले में उनके दो चचेरे भाइयों को गंभीर रूप से घायल हो गए। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। पुलिस ने सूचना के बाद मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
दुकान बंद होने के बाद आए थे आरोपित
जानकारी के अनुसार करीब 20-25 युवा रात को दुकान बंद होने के बाद दुकान पर आए और कारिंदे से खाने का सामान तैयार करने को कहा। कारिंदे ने दुकान बंद होने का हवाला देकर सामान तैयार करने से मना किया तो आरोपियों ने कारिंदे पर दबाव बनाना शुरू कर दिया।
सूचना के बाद चेचरे भाईयों के साथ आया था धमेंद्र
कारिंदे पर दुकान बंद होने के बाद खाना तैयार करने का दबाव बनाने की सूचना पर धर्मेंद्र अपने चेचरे भाई वीरेंद्र व दलेल सिंह के साथ दुकान पर आया तथा युवकों को दुकान बंद होने की बात कहकर समझाने का प्रयास किया। इसी प्रयास में हुई बहस मारपीट में बदल गई तथा आरोपियों ने हमला शुरू कर दिया। इस दौरान आरोपियों ने नुकीले हथियारों से भी वार किए। सूचना के बाद ग्रामीणों के आने पर आरोपी मौके से फरार हो गए तथा घायल अवस्था में तीनों को अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां धर्मेंद्र की मौत हो गई।
आईटीआई इंस्टेक्टर के पद पर हो चुका था चयन
बताया जाता है कि धर्मेंद्र का आईटीआई इंस्टेक्टर के पद पर चयन हो चुका था, परंतु उसने अभी तक नौकरी ज्वाइंन नहीं की थी। मृतक अपने परिवार में इकलौता कमाने वाला था।
बर्थ डे पार्टी में शामिल होने गया था गांव
बताया जाता है कि धर्मेंद्र रात को फास्ट फुट की दुकान बंद करने के बाद अपने ही गांव के सुरेंद्र के घर एक बच्चे के जन्मदिन पर आयोजित पार्टी में शामिल होने के लिए गया हुआ था। इसी दौरान युवकों द्वारा दुकान बंद होने के बाद जबरदस्ती खाने का सामान तैयार करवाने की सूचना के बाद अपने दो चेचरे भाईयों के साथ दुकान पर आया था।
सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही पुलिस
पुलिस अब फास्ट फुट दुकान के संचालक धर्मेंद्र की हत्या के आरोपियों का पता लगाने के लिए दुकान व आसपास लगे कैमरों की सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है, ताकि आरोपियों का पता लगाया जा सके।