भूना/फतेहाबाद: नगर पालिका भूना के अकाउंटेंट सुरेश शर्मा को भ्रष्टाचार दस्तावेज के आधार पर हरियाणा के शहरी स्थानीय निकाय के डायरेक्टर डॉ. यशपाल ने राज्य मंत्री सुभाष सुधा की सिफारिश पर सस्पेंड कर दिया। नगर पालिका चेयरपर्सन अर्पणा पंकज पसरीजा ने राज्य मंत्री सुभाष सुधा को शिकायत देकर तथ्यों के आधार पर नगर पालिका भूना के अकाउंटेंट सुरेश शर्मा पर आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना मेले में खाने- पीने का बिल दुकानदार से अधिक मात्रा में लेकर काफी गड़बड़झाला किया और करने की कोशिश की। इसी मामले में मंत्री ने आदेश दिए थे।
दुकानदार को सीधे भुगतान की बजाय अपने अकाउंट में डाले रुपए
नगर पालिका चेयरपर्सन ने आशंका व्यक्त करते हुए कहा कि अकाउंटेंट दुकानदार को सीधा भुगतान करने की बजाय यूनियन ऑफ बैक इंडिया में अपने व्यक्तिगत अकाउंट में रुपए डाले, जबकि खाने पीने की चीज एवं सामान के बिलों का भुगतान चेक या ट्रांजेक्शन दुकानदार के अकाउंट में किया जाना चाहिए था। अकाउंटेंट सुरेश कुमार ने एक दुकानदार के भुगतान की राशि अपने व्यक्तिगत खाते में डालने की चालाकी तब पकड़ी गई, जब बिलों पर चेयरपर्सन के हस्ताक्षर करवाने आया। उसी दौरान चेयरपर्सन ने दस्तावेज काबू कर लिए और भ्रष्टाचार किए जाने की शिकायत हरियाणा के शहरी स्थानीय निकाय राज्य मंत्री को दी। शिकायत के आधार पर अकाउंटेंट सुरेश कुमार शर्मा को सस्पेंड कर दिया। सस्पेंड के दौरान अकाउंटेंट का कार्यालय सिरसा रहेगा। भ्रष्टाचार के मामले की जांच सीटीएम फतेहाबाद को सौंपी गई है।
अकाउंटेंट सुरेश कुमार का यह है कहना
अकाउंटेंट सुरेश कुमार ने बताया कि उन्होंने कोई भी भ्रष्टाचार नहीं किया और ना ही अपने व्यक्तिगत अकाउंट में राशि को ट्रांजेक्शन करवाया है। उन पर लगाए गए सभी आरोप निराधार और मनगढ़ंत है। आधिकारिक तौर जांच हुई थी, उसमें वह बिल्कुल निर्दोष है। उन्हें एक षड्यंत्र के तहत सस्पेंड करवाया गया है। जल्द ही मामले में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।