Haryana Budget Session: हरियाणा विधानसभा में बजट सत्र के दौरान हंगामा देखने को मिला। मंगलवार, 11 मार्च को विपक्षी पार्टियों के बीच नहीं बल्कि भाजपा के ही नेताओं के बाच बहस छिड़ गई। इस दौरान दोनों में आपसी टकराव देखने को मिला। कैबिनेट मंत्री अरविंद शर्मा और सफीदों के विधायक रामकुमार गौतम के बीच शुरू हुई बहस जलेबी से गोबर तक जा पहुंची। 

जलेबी से शुरू हुई रार

बता दें कि भाजपा विधायक कहा 'कहा जाता है कि गोहाना की जलेबी देसी तरीके से और देसी घी में बनाई जाती है। हालांकि वास्तव में ऐसा नहीं है। ये जलेबियां देसी घी में नहीं बनाई जातीं, उसमें दूसरे तेलों का इस्तेमाल किया जाता है। वहां साफ सफाई भी नहीं रहती। ऐसे में मेरी मानें, तो गोहाना की जलेबियों की तरफ मुंह न करें।'

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अरविंद शर्मा ने किया पलटवार 

इस बात पर पलटवार करते हुए कैबिनेट मंत्री अरविंद शर्मा ने पलटवार किया। अरविंद शर्मा ने कहा 'रामकुमार को कोई बीमारी है, जिसका इलाज डॉक्टर ही कर सकता है। रामकुमार तो शर्त लगाकर 10 किलो गोबर भी पी गए थे।' इसके बाद दोनों में तकरार छिड़ गई और रामकुमार गौतम ने अरविंद शर्मा पर एक के बाद एक भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। उन्होंने कहा 'अरविंद शर्मा मंत्री बन गए हैं लेकिन वे इसके लायक नहीं हैं। इन्होंने पेट्रोल पंप खुलवाने के नाम पर कई लोगों से लाखों रुपए ले लिए।'

कांग्रेस ने की जांच की मांग

इस बहस के दौरान स्पीकर हरविंद्र कल्याण सदन में शांति बनाए रखने की अपील करते रहे, लेकिन फिर भी मामला काफी आगे बढ़ गया। इसके बाद अरविंद शर्मा द्वारा रामकुमार गौतम पर की गई टिप्पणी में इस्तेमाल शब्दों को सदन की कार्यवाही से हटा दिया गया। हालांकि हरियाणा कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष उदय भान ने इस मामले को गंभीर बताया। उन्होंने कहा कि 'ये गंभीर मामला है और हम कांग्रेस पार्टी की तरफ से विशेष जांच दल या जांच कमेटी के गठन की मांग करते हैं।'

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