सोनीपत। तहसीलदारों ने सोमवार को प्रदेश स्तर पर सामूहिक अवकाश रखा। जिसके चलते जिले की तहसीलों में भी कोई काम नहीं हो पाया। तहसील कार्यालयों में रजिस्ट्री व अन्य राजस्व कार्य नहीं हो सके। जिसके कारण करोड़ों रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है। वहीं राजस्व से संबंधित कामों को लेकर तहसीलों में पहुंचें लोगों को भी मायूसी हाथ लगी। बता दें कि फरीदाबाद में तीन दिन पहले बड़खल की महिला तहसीलदार के खिलाफ जमीन बिक्री मामले में मुकदमा दर्ज हुआ है, जिसका विरोध किया जा रहा है।

रोजाना 200 टोकन कटते हैं सोनीपत में

जिले में सोनीपत के अलावा गन्नौर, गोहाना, खरखौदा में तहसील हैं, वहीं राई में उप तहसील है। पांच तहसील कार्यालयों में रोजाना 300 से अधिक राजस्व संबंधी कार्य होते हैं। केवल सोनीपत तहसील की बात करें तो रोजाना 200 टोकन तो यहीं कटते हैं। इसमें 100 टोकन तहसीलदार व नायब तहसीलदार के होते हैं, जबकि 50-50 टोकन एसडीएम और जिला राजस्व अधिकारी के होते हैं। इनमें से 100 काम भी रोजाना होने का आंकड़ा लगाया जाए तो जिले भर में रोजाना 300 के करीब राजस्व संबंधी कार्य होते हैं।

तहसीलों में पसरा रहा सन्नाटा

सोनीपत के तहसीलदार जिवेंद्र मलिक ने कहा कि बड़खल की महिला तहसीलदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने के विरोध में प्रदेशभर के तहसीलदार व नायब तहसीलदार सामूहिक अवकाश पर हैं। जिसके चलते तहसील कार्यालयों में रजिस्ट्री नहीं हो सकी और न ही तकसीम व गिरदावरी के केस की सुनवाई हो सकी।