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कार के अंदर जिंदा जले  ब्लॉक समिति चेयरपर्सन के पति एवं हेडमास्टर सुंदर सिंह के परिजन, ग्रामीण, सरपंच, पंच ब्लॉक समिति सदस्य व शिक्षा विभाग के अध्यापकों ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर शहर में जोरदार प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय का घेराव किया।

Hisar : बड़सी गढ़ी रोड़ पर कार के अंदर जिंदा जले  ब्लॉक समिति चेयरपर्सन के पति एवं हेडमास्टर सुंदर सिंह के परिजन, ग्रामीण, सरपंच, पंच ब्लॉक समिति सदस्य व शिक्षा विभाग के अध्यापकों ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर शहर में जोरदार प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय का घेराव किया। प्रदर्शनकारी जिला उपायुक्त  या फिर किसी आईएएस अधिकारी को ही ज्ञापन देने की मांग पर अड़े रहे। ग्रामीणों के रोष को देखते हुए लघु सचिवालय के गेट पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया। पुलिस व ग्रामीणों के बीच कॉफी देर तक नोंकझोक भी हुई। ग्रामीणों ने मामले में पुलिस कार्रवाई पर संदेह प्रकट करते हुए सीबीआई से जांचं करवाने की मांग की। 

लोकसभा चुनाव में जनप्रतिनिधियों से मांगा जाएगा जवाब 

ग्रमीणों ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि  ऐलान किया कि अगर पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिलता तो प्रदेश भर में  आगामी लोकसभा चुनाव में वोट मांगने के लिए आने वाले जनप्रतिनिधियों से इस मामले में जवाब मांगा जाएगा और कहा जाएगा कि जो जनप्रतिनिधि हमें न्याय नहीं दिला सके, उसको वोट किस लिए दिया जाए। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि इस मामले में अभी तक एफआईआर तक नहीं की गई। मामले की निष्पक्ष जांच को लेकर ग्रामीण एसपी हांसी और एडीजीपी से भी मिल चुके हैं लेकिन कहीं कोई संतोषजनक कार्रवाई नहीं की जा रही।

संदिग्ध परिस्थितियों में कार में जलने से हुई थी सुंदर की मौत 

बता दें कि हांसी ब्लॉक की पूर्व चेयरपर्सन के पति एवं हैड टीचर सुन्दर सिंह की 8 सितंबर को संदिग्ध परिस्थितियों में कार में जलने से मौत हो गई थी। पुलिस ने मृतक मास्टर सुंदर के छोटे  भाई के ब्यान दर्ज किए गए थे परंतु हत्या की वारदात को चार महीने के करीब समय बीत जाने पर भी पुलिस इस मामले में किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाई। जबकि परिजनों का आरोप है कि मास्टर सुंदर सिंह की एक साज़िश के तहत हत्या कर उसके शव को गाड़ी में रखकर आग लगाई गई थी। 

मृतक के छोटे भाई ने क्रांतिमान पार्क में की पंचायत 

मृतक सुन्दर सिंह के छोटे भाई मनीराम ने क्रांतिमान पार्क में पंचायत के दौरान बताया कि पुलिस ने 8 सितंबर को उसके ब्यान पर इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई की थी। लेकिन वारदात के बाद उन्हें उसके भाई की हत्या किए जाने के बारे में जानकारी मिली, जिसको लेकर वे परिजनों व ग्रामीणों सहित कई बार पुलिस के उच्च अधिकारियों से हत्या का मामला दर्ज कर आरोपियों  के खिलाफ कार्रवाई कर इंसाफ की गुहार लगा चुके हैं लेकिन पुलिस ने आज तक उसके भाई के हत्यारों के खिलाफ एफआईआर तक दर्ज नहीं की। जबकि उसके भाई की षडयंत्र के तहत हत्या की गई। आरोपियों ने पुलिस के साथ सांठ गांठ करके मामला तक दर्ज नहीं करने दिया, जबकि परिजनों ने पुलिस को हत्या के साक्ष्य और जानकारियां भी उपलब्ध करवा दी, लेकिन उसके भाई के हत्यारे आज भी सरेआम घुम रहे है।
 

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