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हरियाणा के गांव बधाना निवासी आशीष खटकड़ का तीन साल महाराष्ट्र के खड़गवासला व एक साल की हैदराबाद में ट्रेनिंग के बाद वायु सेना में फाइटर पायलट के पद पर चयन हुआ। गांव पहुंचने पर आशीष का ग्रामीणों ने जोरदार स्वागत किया।

Jind: अलेवा खंड के गांव बधाना निवासी 22 वर्षीय आशीष खटकड़ का तीन साल महाराष्ट्र के खड़गवासला व एक साल की हैदराबाद में ट्रेनिंग के बाद वायु सेना में फाइटर पायलट के पद पर चयन हुआ। वह अपने गांव बधाना में पहुंचा तो गांव वालों ने उसका फूल मालाओं के साथ स्वागत किया। भारतीय वायु सेना में फाइटर पायलट बनकर आशीष खटकड़ ने अपने गांव का ही नहीं, बल्कि पूरे हरियाणा का नाम रोशन किया है। आशीष के घर बधाई देने के लिए लोगों का तांता लगा हुआ है।

बचपन से सेना में जाने का था सपना

फाइटर पायलट आशीष खटकड़ ने बताया कि उसके पिता सरकारी अध्यापक के पद पर कार्यरत है। जबकि माता महिद्रों देवी ग्रहणी है। उसने 10वीं तथा 12वीं कक्षा नगूरां गांव के स्कूल से पास की थी। उनका बचपन में ही सपना था कि वह सेना में एक बड़ा अधिकारी बने, क्योंकि उनके परिवार में आज तक कोई बड़ा अधिकारी नहीं रहा। मार्च 2020 को उनका एनडीए में चयन हो गया। तीन साल की कड़ी मेहनत के बाद 30 मई 2023 को पास आऊट हुआ। उसके एक साल बाद हैदराबाद में फ्लाइंग की ट्रेनिंग के बाद 15 जून 2024 को फ्लाइंग आफिसर की शपथ के साथ फाइटर पायलट के तौर पर कमीशन प्राप्त हुआ। ट्रेनिंग के दौरान उसका स्थान टाप 5 में रहा।

पिता बोले- बेटे ने सपना किया पूरा

आशीष खटकड़ के पिता बिजेंद्र खटकड़ ने बताया कि उसकी पोस्टिंग इस समय कर्नाटक के बिधर में है। उसका सपना बेटे को सेना में उच्च अधिकारी के पद पर देखने का था। आशीष ने उसके सपने को आज पूरा कर दिखाया। पिता बिजेंद्र ने बताया कि कभी-कभी बचपन की बातें बच्चों के जहन में ऐसी घर कर जाती है कि बड़े होने पर वही उनका जुनून बन जाती है। एक ऐसा ही जुनून आशीष में देखने को मिला। पांच साल की उम्र में ही आशीष को फाइटर जहाज देखने का बड़ा शौक था। बचपन में ही उसने फाइटर पायलट बनने की ठान ली थी और 22 साल बाद उसने अपना सपना पूरा कर दिखाया है।

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