Karnal Assembly Election: हरियाणा में तीन निर्दलीय विधायकों का साथ छोड़ने के बाद राज्य में सीएम नायब सैनी की सरकार अल्पमत में चल रही थी। जिसे लेकर राज्य सरकार द्वारा सदन में बहुमत साबित करने को लेकर विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने स्पष्ट कहा था कि शक्ति परीक्षण को लेकर राज्यपाल जैसा निर्देश देंगे, उसी के आधार पर अगली कार्रवाई की जाएगी।
इसके बाद आज नायब सैनी ने आज विधायक पद की शपथ ले ली। यह शपथ ग्रहण समारोह विधानसभा सचिवालय में हुआ। विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने राजधानी चंडीगढ़ में नायब सैनी को विधायक पद की शपथ दिलवाई। अब नायब सैनी विधानसभा के सदस्य बन चुके है।
करनाल को मिला सीएम सीटी का दर्जा
बता दें की पूर्व सीएम मनोहर लाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे के बाद विधानसभा की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद करनाल विधानसभा सीट खाली हो गई थी। इस दौरान पूर्व सीएम ने कहा था कि करनाल ही सीएम सिटी रहेगी।
इसके बाद लोकसभा चुनाव के साथ ही करनाल विधानसभा सीट पर उप चुनाव हुआ और यहां सीएम सैनी कांग्रेस प्रत्याशी त्रिलोचन सिंह को हराकर जीत दर्ज की। नायब सैनी की इस जीत से करनाल को दोबारा से सीएम सिटी का दर्जा मिल गया है।
राज्य में कांग्रेस के विधायकों की संख्या हुई कम
वहीं, राज्य सरकार के अल्पमत में होने से जुड़े सवाल पर ज्ञानचंद गुप्ता कहा था कि विपक्षी दल कांग्रेस के विधायक वरुण मुलाना के सांसद बनने की जानकारी है। इसके बाद से हरियाणा विधानसभा में कांग्रेस विधायकों की संख्या कम होकर 29 हो गई।
सदन में फ्लोर टेस्ट की संभावनाओं को खारिज करते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सरकार पूरी तरह से स्थिर है। फ्लोर टेस्ट का निर्णय राज्यपाल द्वारा ही लिया जाएगा। राज्यपाल अगर इस तरह का फैसला लेकर विधानसभा को सूचित करते हैं, तो विधानसभा में उसके आदेश के अनुसार ही कार्रवाई की जाएगी।