Education News। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) की ओर से विद्यार्थियों के ऊपर परीक्षा का तनाव दूर करने के लिए 65 एजुकेटर्स की नियुक्ति की गई हैं। इनमें से 13 एजुकेटर्स विदेशी होंगे। इससे पहले सीबीएसई विद्यार्थियों पर परीक्षा का तनाव दूर करने के लिए सीबीएसई डिवीजन, डिस्टिंक्शन और परसेंटेज निकालने से मना कर चुका है।
24 हजार स्कूलों को जोड़ा
देशभर में सीबीएसई से करीब 24 हजार स्कूल जुड़े हुए हैं। वहीं विदेशों में भी ढाई सौ ऐसे स्कूल हैं, जिनमें सीबीएसई का सिलेबस पढ़ाया जाता है। विदेशों के इन स्कूलों में भी एक साथ ही परीक्षाएं शुरू होंगी। जिसके लिए यह व्यवस्था की गई है। सीबीएसई की मानें, तो परीक्षा से पहले कई विद्यार्थी तनाव महसूस करते हैं और परीक्षा को बेहतर ढंग से कंपलीट नहीं कर पाते। यही कारण है कि विद्यार्थी के स्वजन भी यही स्ट्रेस झेलते हैं। परीक्षा कैसी होगी, कैसा परिणाम होगा, इसी कारण से कई विद्यार्थी व स्वजन इतना स्ट्रेस ले लेते हैं कि इसका असर सीधा परीक्षा परिणाम पर पड़ता है। इसी से जूझते इन सभी के लिए सीबीएसई टोल फ्री नंबर पर सुझाव और कुछ टिप्स देगा ताकि विद्यार्थी व उनके स्वजन इन परीक्षाओं का स्ट्रेस न ले सकें।
13 शिक्षक होंगे विदेशी
सीबीएसई वर्ष-1998 से लगातार निशुल्क मनोवैज्ञानिक परामर्श प्रदान कर रहा है। इस बार सीबीएसई की ओर से 65 एजुकेटर्स को तैनाती की है, जो टोल फ्री नंबर 1800-11-5004 पर विद्यार्थियों को स्ट्रेस कम करने के टिप्स देंगे। इन एजुकेटर्स में जहां 52 प्रिंसिपल भारत से हैं वहीं 13 ऐसे काउंसलर हैं, जो विदेश से हैं। कुवैत, नेपाल, जापान, दोहा-कतर, ओमान (मस्कट) यूनाइटेड अरब एमिरेट्स (दुबई, शारजाह, रास-आल- खैमाह) से होंगे। ये परामर्श सत्र हर साल दो चरणों में आयोजित किया जाता है। यह सत्र सोमवार से शनिवार तक चलेगा। इस दौरान सुबह 9.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक फोन पर काउंसलिंग की व्यवस्था रहेगी। इस परामर्श सत्र में अभिभावकों को भी मार्गदर्शन दिया जाएगा।
पोडकास्ट से विद्यार्थियों को मिलेगी मदद
परीक्षाओं का तनाव दूर करने के लिए सीबीएसई जहां टोल फ्री नंबर से काउंसलिंग देगा। वहीं पोडकास्ट के माध्यम से भी इसी विषय पर हिंदी और अंग्रेजी भाषा में सामग्री उपलब्ध करवाएगा। इसमें उक्त विषय पर तैयार की गई सामग्री उपलब्ध करवाई गई है, जिसे सीबीएसई की वेबसाइट से हासिल किया जा सकता है। यह विद्यार्थियों और उनके परिजनों को मदद करेगी। इसमें यूथ एक्सपीरियंस, एग्रेशन, डिपरेशन, इंटरनेट एडिकशन डिसआर्डर, एग्जाम स्ट्रेस पर सुझाव दिए गए है।
परसेंटेज से पहले ही हो चुका है खत्म
सीबीएसई ने इससे पहले ही एक पत्र जारी कर स्पष्ट किया था कि विद्यार्थियों में परीक्षा परिणाम के बाद तनाव में ना रहें। इसके लिए परसेंटेज नहीं निकाली जाएगी। यदि विद्यार्थी को हायर एजुकेशन या जाब के लिए परसेंटेज चाहिए तो यह कार्य शिक्षण संस्थान द्वारा किया जाएगा।
विद्यार्थियों का तनाव होगा कम
नालंदा स्कूल के चेयरमैन विक्रम सिंह लांबा ने बताया कि सीबीएसई ने विद्यार्थियों की मनोवैज्ञानिक तौर पर मदद करने के लिए टोल फ्री नंबर जारी किया है। कोई भी छात्र या छात्रा तय समय के दौरान काउंसलरों से बातचीत करके अपनी समस्या का समाधान करा सकता है। इससे विद्यार्थियों को काफी फायदा मिलेगा।