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हरियाणा के फरीदाबाद में कांग्रेसी नेता ज्योतेंद्र भडाना उर्फ रिंकू भडाना के 32 वर्षीय छोटे भाई कुणाल भडाना की हमलावरों ने रात को मस्जिद चौक पर गोली मारकर हत्या कर दी। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू की।

Faridabad: पूर्व मंत्री महेन्द्र प्रताप सिंह के पैतृक गांव नवादा कोह में रहने वाले कांग्रेसी नेता ज्योतेंद्र भडाना उर्फ रिंकू भडाना के 32 वर्षीय छोटे भाई कुणाल भडाना की हमलावरों ने रात को मस्जिद चौक पर गोली मारकर हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देकर आरोपी मौके से फरार हो गए। सूचना पाकर पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू की। पुलिस ने गोली मारने वाले दो हमलावरों की पहचान कर ली है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। हमले के दौरान जिस गाड़ी में आरोपी आए थे, वह और जिस पिस्टल से गोली मारी, उसे बरामद कर लिया है। पिस्टल लाइसेंसी बताई जा रही है।

आरोपियों ने वारदात को कैसे दिया अंजाम

रिंकू भडाना ने डबुआ थाने में दी शिकायत में बताया कि उनके भाई कुणाल की शादी दो साल पहले हुई थी। उसके एक साल का बेटा है। वह अपने एक दोस्त इंद्र के साथ करीब सवा 11 बजे मस्जिद चौक पर खड़ा था। कुणाल के दोस्त ने फोन कर उसे बताया कि कुणाल के साथ सेक्टर-48 निवासी विजय, बिल्लू व अन्य के बीच कहासुनी हो रही है। यह सुनकर वह तुरंत मौके पर आ गया। यहां आकर देखा कि बिल्लू ने उसके भाई का हाथ पकड़ रखा था और विजय ने कुणाल की छाती में गोली मार दी। गोली की आवाज सुनकर वह जल्दी से मौके की तरफ दौड़ा तो आरोपी अपनी कार में बैठकर फरार हो गए। वह भाई को लेकर एशियन अस्पताल आए, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। रिंकू ने बताया कि कुणाल की विजय व बिल्लू के साथ रंजिश चल रही थी। इसी वजह से उस पर यह हमला किया गया।

शव गृह के बाहर मौजूद रहे ग्रामीण

हादसे के बाद नवादा कोह गांव से काफी ग्रामीण व रिंकू और मृतक कुणाल के मिलने वाले लोग बादशाह खान नागरिक अस्पताल के शव गृह के बाहर जमा हो गए। पूरे परिसर में इतनी गाड़ी आ गई कि जाम लग गया। इस वजह से यहां दो घंटे तक गहमा-गहमी रही। रिंकू ने अपने भाई के शव को लेने से इनकार कर दिया। एसीपी एनआइटी विष्णु प्रसाद ने उन्हें समझाते हुए कहा कि 48 घंटे में आरोपी पकड़ में होंगे, लेकिन वह नहीं माने। केवल इतना कहा कि आरोपी जब तक गिरफ्तार नहीं होंगे, वह शव नहीं लेंगे। इस बात को लेकर रिंकू की एक-दो लोगों से काफी गर्मा-गर्मी हुई थी। बाद में ग्रामीणों के समझाने पर माने और शव लेने पर राजी हुए। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसीपी घटना के बाद ही परिजन के साथ लगे रहे। कुणाल के अंतिम संस्कार के दौरान भी पुलिस मौजूद रही।

वार्ड नम्बर-11 से लड़ा था निगम पार्षद का चुनाव

2017 में कुणाल भडाना नगर निगम के वार्ड नम्बर-11 से पार्षद का चुनाव लड़ चुका था और काफी कम वोटों से हारा था। वह आगामी निगम पार्षद का चुनाव लड़ने वाला था। इसकी वह बढ़-चढ़ कर तैयारी कर रहा था। उसकी लोकप्रियता क्षेत्र में अधिक थी। वह कांग्रेस पार्टी से भी जुड़ा था और उम्मीद थी कि निगम चुनाव लड़ने के लिए उसे पार्टी की ओर से टिकट दिया जाता। पता यह भी चल रहा है कि बीते दिनों कुणाल के एक जानकार के साथ आरोपितों की किसी बात को लेकर कहासुनी और मारपीट हुई थी। कुणाल इस मामले में समझौता कराने का प्रयास कर रहा था। वारदात के दौरान भी कुणाल उसी मामले में आरोपियों से बात करने की कोशिश कर रहा था। आशंका है कि उस बात को लेकर आरोपियों ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी।

जल्द आरोपियों को कर लिया जाएगा गिरफ्तार

एसीपी एनआइटी विष्णु प्रसाद ने बताया कि हमला करने वाले गांव कोट के बताए जा रहे हैं। घटना को अन्जाम देने के बाद हमलावर सबसे पहले गांव पहुंचे। यहां हमले में प्रयोग की गई कार को छोड़ा। फिर किसी अन्य वाहन से पहाड़ी की ओर चले गए। अंदाजा है कि वह गुरुग्राम की ओर निकल गए। पुलिस उनके पीछे लगी हुई थी। क्राइम ब्रांच डीएलएफ, सेक्टर-30 और सेक्टर-48 की टीम आरोपियों के पीछे लगी हुई है। जल्द आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होंगे।

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