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हरियाणा में केएमपी पर जठेड़ी गांव के पास हुई डेयरी संचालक की हत्या का राज खुल गया है। भांजे ने मामा की 50 लाख रुपये बीमा राशि हड़पने के लिए दोस्त को दो लाख रुपये देकर हत्या करवाई थी। भांजे ने ही दोस्त को पिस्तौल मुहैया करवाई थी। 

Murder of relations for money।दो साल से विवाद के चलते पत्नी भारती दो बेटियों व एक बेटे के साथ मायके चली गई। जिसके बाद आजादपुर मंडी में डेयरी संचालक सुरेश ने 50 लाख की बीमा पॉलिसी ली और पत्नी की बजाय बहन को नोमिनी बना दिया। भांजे मयंक को जैसे ही इसका पता चला तो उसने बीमा पॉलिसी के 50 लाख रुपये हड़पने के लिए मामा की हत्या की साजिश रचनी शुरू कर दी। इसके लिए उसने दो लाख रुपये देकर अपने दोस्त सागर को तैयार किया और हत्या के लिए पिस्तौल भी मुहैया करवाई। 27 जून को जब सुरेश अपने दोस्त की गाड़ी लेकर सोनीपत आया तो केएमपी पर जठेड़ी के पास भांजे ने दोस्त से उसकी हत्या करवा दी।

पांच दिन के रिमांड पर आरोपी

डेयरी संचालक की हत्या के बाद पुलिस की जांच आगे बढ़ी तो भांजे मयंक पर शक की सुई घूमी। जब पुलिस ने शक के आधार पर मृतक के भांजे गांव शाहपुर तगा निवासी मयंक व उसके दोस्त सागर को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो आरोपियों ने हत्या का राज उगल दिया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर पांच दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। मयंक ने मामा की बीमा पॉलिसी के 50 लाख रुपये हड़पने के लिए हत्या करवाने की बात कबूल कर ली है।

भाई ने दर्ज करवाया था केस

दिल्ली के आजादपुर स्थित गोपाल नगर निवासी नरेश कुमार ने 28 जून को राई थाना पुलिस को बताया था कि उनके भाई सुरेश (42) पहले दिल्ली के स्वरूप नगर स्थित घर में रहते थे। वह आजादपुर मंडी में दूध डेयरी चलाते थे। पत्नी से मनमुटाव के बाद वह अब दूध डेयरी में अकेले रहने लगे थे। तडक़े चार बजे उन्हें सूचना मिली थी कि सुरेश की केएमपी पर गोली मारकर हत्या की गई है। वह अपने परिचित दूध का काम करने वाले जयपाल की आल्टो कार लेकर सोनीपत के लिए चले थे। रात को किसी हमलावर ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया था।

ऐसे खुला हत्या का राजा

मामले में कार्रवाई करते हुए राई थाना प्रभारी इंस्पेक्टर उमेश कुमार व जांच अधिकारी एएसआई सतीश कुमार की टीम ने मृतक सुरेश के भांजे गांव शाहपुर तगा निवासी मयंक व उसके दोस्त सागर को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार मयंक ने अपने मामा की हत्या की वारदात को कबूल कर लिया है। मयंक ने पुलिस को बताया है कि उनके मामा सुरेश ने 50 लाख रुपये की बीमा पॉलिसी ली थी। जिसमें सुरेश की बहन और हत्यारोपी मयंक मां राधा को नॉमिनी बनाया था। उसे इसका पता लगा था। उसने बीमा राशि को हड़पने के लिए मामा सुरेश की हत्या का षड्यंत्र रचा था।

दो लाख रुपये में तैयार किया था दोस्त

पुलिस के सामने आरोपी ने कबूला है कि उसने अपने दोस्त सागर को मामले में साथ देने के लिए दो लाख रुपये में तैयार किया था। उसने सागर को पिस्तौल मुहैया कराई। वह सागर के साथ अपने मामा से मिलने के लिए चला गया। उसके कहने पर ही सागर ने उसके मामा की गोली मारकर हत्या की थी। पुलिस ने सागर व मयंक को अदालत में पेश कर पांच दिन के रिमांड पर लिया है।

पत्नी से था विवाद, बहन को बनाया नॉमिनी

सुरेश का पत्नी भारती से मनमुटाव चल रहा था। जिसके चलते दो साल से अलग रह रहे थे। उनके पास दो बेटियां व एक बेटा है। उनकी पत्नी बच्चों सहित मायके में रहती है। पत्नी से विवाद के चलते ही बीमा पॉलिसी में बहन को नॉमिनी बना रखा था

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