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हरियाणा के रेवाड़ी में गुडियानी माइनर के पास साधु के वेश में एक व्यक्ति बैठा हुआ था, जो चरस बेचने की फिराक में था। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी को काबू किया। पुलिस ने मामले में साधु बने युवक के साथ एक अन्य आरोपी को भी काबू किया।

Rewari: साधु के वेश में अक्सर शैतान घूमते हुए दिखाई दे रहे है, जिससे युवा पीढ़ी ही नहीं, बल्कि समाज को भी खतरा है। ऐसा ही एक मामला रेवाड़ी में सामने आया, जहां कोसली थाना पुलिस ने साधु के वेश में घूम रहे एक व्यक्ति सहित दो लोगों को पकड़ा। तलाशी लेने के बाद उनके कब्जे से भारी मात्रा में नशीला पदार्थ चरस बरामद की गई। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू की। पूलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।

माइनर के पास साधु के वेश में बैठा था नशा तस्कर

पुलिस को सूचना मिली कि गुडियानी माइनर के पास एक व्यक्ति साधु के वेश में बैठा हुआ है। उसके साथ दूसरा व्यक्ति भी मौजूद है। दोनों मंदिर के पास नशीले पदार्थ सुल्फा यानि चरस के साथ मौजूद हैं। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो दोनों मंदिर के पास बैठे हुए थे। दोनों ने पुलिस को देखकर भागने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने पीछा करते हुए दोनों को काबू कर लिया। ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में तलाशी लेने पर दोनों के कब्जे से 1.7 किलोग्राम चरस बरामद हुई। पूछताछ में बाबा के वेश वाले व्यक्ति ने अपना नाम सोहननाथ निवासी नया बाजार टी सिरमौर हिमाचल प्रदेश व दूसरे ने हिमाचल के चुरवाधार पोस्ट ऑफिस पुलवाहल निवासी सुरेंद्र उर्फ विक्की बताया। दोनों बैग में चरस लेकर आए थे, जिसे बेचने की फिराक में थे।

युवा पीढ़ी को बर्बाद कर रहे नशा तस्कर

नशा तस्कर युवा पीढ़ी को बर्बाद करने का प्रयास कर रहे है। अलग-अलग तरीके से नशा तस्कर दूसरे राज्यों से नशा लेकर आते हैं और वेश बदलकर उसे बेचकर भावी पीढ़ी को नशे के दलदल में धकेल रहे हैं। हालांकि नशा तस्करों के खिलाफ पुलिस सख्त कदम उठा रही है, लेकिन नशा तस्करी में संलिप्त लोग बाज नहीं आ रहे और लगातार नशे का कारोबार फल फूल रहा है।

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