Sonipat: दिल्ली-अंबाला रेल मार्ग पर औरगांबाद से आ रहे दो यात्री ट्रेन में आग लगने की अफवाह सुनकर जान बचाने के लिए चलती ट्रेन से कूद गए। हादसे में दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। यात्रियों ने चेन पुलिंग कर ट्रेन रोकी और हादसे की सूचना जीआरपी को दी। मौके पर पहुंची जीआरपी ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया। मरने वालों में एक युवक की पहचान कैथल के पुंडरी निवासी मयंक के रूप में हुई, जबकि दूसरे युवक की पहचान करने के प्रयास किए जा रहे हैं। जीआरपी ने शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों के सुपुर्द कर दिया। जबकि आग हरसाना के पास खेतों में लगी होने की जानकारी मिली है, जिसका धुआं उठ रहा था।
औरंगाबाद से करनाल जा रहे थे मृतक
सोनीपत राजकीय रेलवे में तैनात जांच अधिकारी अजय ने बताया कि कैथल के पुंडरी निवासी मयंक सचखंड एक्सप्रेस में सवार होकर औरंगाबाद से करनाल जा रहा था। ट्रेन जब हरसाना कलां रेलवे स्टेशन के पास पहुंची, तभी रेलवे लाइन किनारे खेतों में लगी आग को देख किसी ने आग लगने का शोर मचा दिया। ट्रेन में आग लगने की अफवाह सुन मयंक व एक अन्य युवक जान बचाने के लिए आनन-फानन में चलती ट्रेन से कूद गए। हादसे में दोनों युवकों की मौत हो गई। युवकों को चलती ट्रेन से कूदता देख यात्रियों ने चेन पुलिंग कर ट्रेन रुकवाई। जिसके बाद हादसे की सूचना जीआरपी को दी गई। कुछ देर के बाद ट्रेन भी गंतव्य के लिए रवाना हो गई।
जागरण पार्टी में काम करता है मयंक
शव लेने सोनीपत नागरिक अस्पताल पहुंचे मृतक के परिजनों ने बताया कि मयंक अविवाहित था और जागरण पार्टी में गाने बजाने का काम करता था। वह किसी काम के सिलसिले में औरंगाबाद गया था। वहां से वापस लौटते समय यह हादसा हो गया, जिससे परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। जीआरपी प्रभारी महाबीर सिंह ने कहा कि झुठी अफवाह के चलते चलती ट्रेन से दो यात्री कूद गए, जिनकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे का शिकार हुए एक यात्री की पहचान कैथल के पुंडरी निवासी मयंक के रूप में हुई है। जबकि दूसरे की पहचान नहीं हो पाई है। मयंक के शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है।