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हरियाणा में सोनीपत के गांव चिटाना में 14 जनवरी को सांड की टक्कर से घायल अमनदीप की अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। तीन भाईयों में से एक अमनदीप के बड़े भाई की पहले ही हादसे में मौत हो चुकी है।

Sonipat। सोनीपत के मोहाना थाना क्षेत्र के गांव चिटाना में बेसहारा घूमने वाले पशु ग्रामीणों के लिए परेशानी का कारण बने हुए हैं। बेसहारा पशु अक्सर ग्रामीणों के साथ पालतू पशुओं को भी नुकसान पहुंचाते रहते हैं। 14 जनवरी को पकड़ते समय भागते हुए सांड ने गांव के युवक अमनदीप को टक्कर मार दी थी। घायल को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।

गोशाला भेजने की थी तैयारी 

ग्रामीण 14 जनवरी को एक बेसहारा सांड को पकड़कर गोशाला में भेजने की तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान अमनदीप भी गांव के अड्ढे की तरफ चला गया। सांड ने वहां से भागते हुए अमनदीप को टक्कर मार दी थी। जिससे वह जमीन पर गिए गए थे। उनके सिर में गंभीर चोट लगी थी। ग्रामीणों व परिजनों ने उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां उनका उपचार चल रहा था। अब अस्पताल में उनकी मौत हो गई। जिस पर परिजन शव को लेकर गांव में आ गए। गांव में गमगीन माहौल में अमनदीप के शव का अंतिम संस्कार कर दिया।

दिसंबर 2022 में हुई थी शादी

बेसहारा सांड की टक्कर से कॉल का ग्रास बने अमनदीप तीन भाइयों में सबसे छोटे थे। उनके बड़े भाई की भी सात साल पहले सड़क हादसे में जान जा चुकी है। परिवार पर फिर से दुखों का पहाड़ टूट गया है। परिजनों का रोकर बुरा हाल था। ग्रामीणों ने बताया कि अमनदीप बहुत मिलनसार युवक थे। उनकी शादी दिसंबर, 2022 में हुई थी।

आतंक का पर्याय बने हैं बेसहारा पशु

अमनदीप के परिवार के सदस्य एवं ऑल इंडिया किसान सभा के जिला महासचिव अधिवक्ता श्रद्धानंद सौलंकी ने बताया कि गांव में बेसहारा सांड आतंक का पर्याय बन चुके है। वह कई महिलाओं को चोटिल कर चुके है। साथ ही पालतू पशुओं को भी तंग करते हैं। प्रशासन से मांग के बावजूद इन पर कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने बेसहारा पशुओं को पकड़ने को लेकर ठोस कार्रवाई की मांग की है।

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