हरियाणा के हिसार में शनिवार को बाडो पट्टी टोल प्लाजा पर कार सवार दो युवकों और टोल कर्मियों के बीच मारपीट हो गई। आरोप है कि कार में सवार युवक खुद को दिल्ली पुलिस और सीआरपीएफ का जवान बता रहे थे। इसके बाद भी गाड़ी को टोल क्रॉस करने से रोका गया तो दोनों ने टोल कर्मियों पर हमला कर दिया। यही नहीं, टोल कर्मियों का आरोप है कि उन्होंने कर्मचारियों पर गाड़ी चढ़ाने का भी प्रयास किया। बहरहाल, पुलिस ने सीसीटीवी की जांच के बाद दोनों युवकों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
नशे में होने के कारण हुआ विवाद
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उचाना के बड़नपुर निवासी संदीप कुमार अपने कजिन अजय और सोनू के साथ दिल्ली से हिसार आ रहा था। संदीप ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि वो दिल्ली पुलिस में वीआईपी सिक्योरिटी में तैनात है। 20 जुलाई को घर आते समय बाडो पट्टी टोल प्लाजा में तैनात कर्मचारियों ने उनकी कार रुकवा ली। जब उन्होंने कार को लेन में आगे बढ़ाने का प्रयास किया तो उन्हें जबरन रुकवाया गया और मारपीट शुरू कर दी। संदीप ने आरोप लगाया कि उनका भाई इसका वीडियो बना रहा था तो उसके साथ भी मारपीट की गई। अजय किसान है, जबकि भाई सोनू सीआरपीएफ में तैनात है। उन्हें आईडी भी दिखाई ताकि वो मारपीट न करें, लेकिन टोलकर्मी मारपीट करते रहे।
टोल कर्मचारी का पक्ष- नशे में थे कार सवार
उधर, टोलकर्मी खेड़ी जालब निवासी अमित ने भी पुलिस को शिकायत दी है। अपनी शिकायत में बताया कि कार में सवार लोग नशे में थे। उन्हें इसलिए रोका गया ताकि नशे में होने के कारण हादसा न हो जाए। लेकिन, उन्होंने बात सुनने से पहले ही गाली गलौच कर दी। जब विरोध किया तो मारपीट पर उतारू हो गए। उन्होंने आरोप लगाया कि कार सवार ने टोल कर्मियों पर गाड़ी चढ़ाने का भी प्रयास किया।
सीसीटीवी देखने के बाद दोनों पक्षों में सुलह की कोशिश
संबंधित थाना प्रभारी राजकुमार का कहना है कि सीसीटीवी में दोनों पक्षों की गलती दिखाई दे रही है। दोनों तरफ से शिकायत दर्ज कर ली है। दोनों पक्षों में सुलह के बात चल रही है। अगर सुलह नहीं होती तो दोनों पक्षों पर कार्रवाई कर आरोपियों को कोर्ट के समक्ष पेश किया जाएगा।