Rohtak Municipal Election Result: रोहतक निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने बड़ी जीत दर्ज की है। बीजेपी के मेयर प्रत्याशी रामअवतार वाल्मीकि ने कांग्रेस के उम्मीदवार सूरजमल किलोई को हराया। भूपेंद्र हुड्डा का गढ़ कहे जाने वाले रोहतक के नगर निगम की कमान बीजेपी के हाथों में आ गई है। बता दें कि यहां से मेयर पद के लिए बीजेपी और कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी और इनेलो ने भी उम्मीदवार उतारे थे। इनमें से बीजेपी के रामअवतार को 1,02,269 वोट, कांग्रेस के सूरजमल किलोई को 57,071 वोट, इनेलो उम्मीदवार सूरज को 3,458 वोट और 'आप' के अमित खटक 3,115 वोट मिले हैं। वहीं, निर्दलीय दीपक सिंह ने भी 2,055 वोट हासिल किए।

रोहतक में कांग्रेस की हार की बड़ी वजह

पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा का गढ़ कहे जाने वाले रोहतक में बीजेपी मेयर प्रत्याशी ने कांग्रेस को 45 हजार से ज्यादा वोटों से शिकस्त दी है। सवाल यह है कि रोहतक में भूपेंद्र हुड्डा का दबदबा होने के बावजूद भी कांग्रेस की हार कैसे हुई। बता दें रोहतक नगर निगम में कांग्रेस की हार की सबसे बड़ी वजह शीर्ष नेतृत्व की कमी रही है। जहां एक ओर रोहतक नगर निगम चुनाव में बीजेपी अपनी मजबूत रणनीति के साथ उतरी थी, वहीं कांग्रेस की ओर से कोई बड़ी चेहरा सामने नहीं आया। बीजेपी की ओर से मुख्यमंत्री नायब सैनी खुद दो बार रोहतक में चुनाव प्रचार के लिए गए थे।

इसके अलावा बीजेपी के कई बड़े मंत्री भी रोहतक नगर निगम चुनाव के जोर-शोर से प्रचार किया था। इनमें मंत्री अरविंद शर्मा, कृष्ण बेदी, राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा, कृष्णलाल पंवार और डिप्टी स्पीकर कृष्ण मिड्ढा शामिल थे। जबकि कांग्रेस की ओर से सांसद दीपेंद्र हुड्डा अकेले कमान संभालते नजर आए। इसके अलावा रोहतक से विधायक बीबी बत्रा और कलानौर की विधायक शकुंतला खटक निकाय चुनाव में प्रचार के लिए कांग्रेस की ओर से कोई बड़ा नेता सामने नहीं आए।

इसके चलते यहां के कांग्रेस उम्मीदवारों को अपने दम पर ही चुनाव लड़ना पड़ा। बता दें कि भूपेंद्र हुड्डा ने निकाय चुनाव के दौरान कहा था कि वह छोटे चुनावों में प्रचार करने के लिए नहीं जाते हैं। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि वह सिर्फ सांसद और विधायक के चुनाव प्रचार के लिए जाते हैं।

बीजेपी की खास रणनीति

बीजेपी निकाय चुनाव में पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतरी थी। रोहतक नगर निगम चुनाव में बीजेपी ने ओबीसी और एससी वर्ग को वोटरों को टारगेट किया। इसके लिए उन्होंने रामअवतार वाल्मीकि को मेयर पद के लिए चुनावी मैदान में उतारा, उन्होंने पार्टी को निराश किए बिना भारी मतों से जीत दर्ज की। इसके अलावा बीजेपी ने जाट और पंजाबी समुदाय को साधने के लिए पार्षद उम्मीदवारों को भी उतारा था। यह रणनीति बीजेपी के हित में रही और पार्टी जीत हासिल करने में कामयाब रही। इसके अलावा प्रदेश में बीजेपी की सरकार होने के चलते जनता ने बीजेपी उम्मीदवार को वोट देना ही ठीक समझा।

कांग्रेस-बीजेपी मेयर प्रत्याशियों का आया बयान

रोहतक मेयर चुनाव में हार के बाद कांग्रेस प्रत्याशी सूरजमल किलोई ने अपनी हार को स्वीकार करते हुए जनता को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि उनकी तरफ से कोई कमी नहीं थी, लेकिन प्रदेश में बीजेपी की सरकार होने चलते लोगों ने उसे ही चुना। वहीं, दूसरी ओर बीजेपी मेयर उम्मीदवार रामअवतार वाल्मीकि ने जनता का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह लोगों की जीत है। उन्होंने कहा कि ट्रिपल इंजन सरकार में अब तेजी से शहर का विकास होगा। बीजेपी उम्मीदवार ने दावा किया कि पार्टी अपने नए संकल्प पत्र को पूरी तरह लागू करेगी।

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