सोनीपत: बेसहारा गोवंश को पकड़ने के लिए टेंडर दिए दो माह हो चुके हैं, लेकिन गोवंश को पकड़ने का काम सही रफ्तार पर नहीं चल रहा। ऐसे में लोगों को पूरी तरह से पता भी नहीं कि क्षेत्र में गोवंश पकड़ने के लिए कोई एजेंसी काम कर रही है। इसकी वजह से वीरवार को गोवंश पकड़ने गई टीम को विरोध झेलना पड़ा। गोवंश को सड़क से पकड़ रही टीम को लोगों ने तस्कर समझ लिया, जिसके कारण उनका विरोध किया गया। टीम के पास गोवंश पकड़ने के लिए निगम की ओर से जारी की गई मंजूरी न होने के कारण वह लोगों को समझा नहीं पाए।
गोतस्कर समझकर किया हंगामा
जानकारी अनुसार गोवंश पकड़ने के लिए एक टीम रात को सेक्टर-23 में बेसहारा गोवंशों को पकड़ने के लिए गई। वहां पर गोरक्षा दल के सदस्यों ने गो तस्कर समझकर हंगामा कर दिया और गोवंशों को पकड़ने नहीं दिया। टीम के सदस्यों ने निगम अधिकारियों को संपर्क किया। साथ ही टीम ने डायल 112 पर पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलने के बाद टीम सेक्टर-23 में मौके पर पहुंची। इस दौरान टीम ने पुलिस को निगम की ओर से बेसहारा गोवंशों को पकड़ने के लिए जारी अनुमति पत्र दिखाया।
पुलिस आयुक्त से मांगी सुरक्षा
नगर निगम की ओर से पुलिस आयुक्त सतेंद्र गुप्ता को पत्र लिखा गया। पत्र के माध्यम से बताया गया कि नगर निगम की ओर से एक वाहन लगाकर क्षेत्र से बेसहारा गोवंशों को पकड़ा जा रहा है। गोवंशों को पकड़ने के दौरान लोगों के बढ़ते विरोध को देखते हुए टीम की सुरक्षा मांगी है। निगम द्वारा भेजे गए पत्र में स्पष्ट किया गया कि ऐसे में कोई भी हादसा हो सकता है, इसलिए सुरक्षा मुहैया करवाई जाए।
एक साल के लिए दिया एजेंसी को ठेका
नगर निगम के मुख्य सफाई निरीक्षक साहब सिंह ने बताया कि नगर निगम ने गोवंश पकड़ने का टेंडर दी टेंशन शूटर एजेंसी को एक साल के लिए दिया है। लोगों से अपील है कि गोवंश पकड़ने में टीम का सहयोग करें। साथ ही टीम की सुरक्षा के लिए पुलिस को भी पत्र लिख दिया गया है, क्योंकि गोवंश पकड़ने गई टीम को लोगों ने गोतस्कर समझकर जमकर हंगामा कर दिया था, जिससे उनकी सुरक्षा जरूरी है।