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हरियाणा के यमुनानगर में पहाड़ी व मैदानी इलाकों में रविवार को हुई तेज बारिश से बरसाती सोमनदी उफान पर पहुंच गई। वहीं, हथनीकुंड बैराज का जलस्तर बढ़ गया। सोमनदी की पटरी टूटने से कई गांवों की हजारों एकड़ फसल पानी में डूब गई है।

यमुनानगर: पहाड़ी व मैदानी इलाकों में रविवार को हुई तेज बारिश से बरसाती सोमनदी उफान पर पहुंच गई। वहीं, हथनीकुंड बैराज का जलस्तर बढ़ गया। इस दौरान सोमनदी के उफान पर आने से निकट लगते गांव बंभनौली के नजदीक पटरी टूटने से कई गांव की हजारों एकड़ में खड़ी फसलों में कई कई फुट पानी भर गया। वहीं, एक किसान की पानी में बहने से मौत हो गई। एनडीआरएफ की टीम ने मौके पर पहुंचकर किसान के शव को खेत से बरामद किया। उधर, पहाड़ी व मैदानी इलाकों में हो रही बारिश को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह अलर्ट हो गया।

पहाड़ी क्षेत्रों में हुई जोरदार बरिश

रविवार को जिले के पहाड़ी व मैदानी इलाकों में सुबह से ही बादल छाए हुए थे। दोपहर एक बजे के करीब पहाड़ी व मैदानी इलाकों में तेज बारिश शुरु हो गई। इस दौरान घंटो चली तेज बारिश से बिलासपुर, साढ़ौरा व छछरौली क्षेत्र से गुजर रही सोमनदी समेत अन्य बरसाती नदियां उफान पर पहुंच गई। नदियों में बारिश के पानी का बहाव इतना तेज था कि सोमनदी के उफान पर आने से गांव बंभनौली के नजदीक उसकी पटरी टूट गई और पानी खेतों में घुस गया। ग्रामीणों के मुताबिक सोमनदी का पानी साथ लगते दो दर्जन से अधिक गांवों की हजारों एकड़ में खड़ी फसलों व निचले इलाकों में कई कई फुट घुस गया, जिससे बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों की चिंता बढ़ गई।

पानी के बहाव में किसान की मौत

सोमनदी की पटरी टूटने से छछरौली क्षेत्र में पानी के बहाव में चिंतपुर गांव का सतपाल पानी में बह गया। पानी का बहाव इतना तेज था कि वह अपने आप को संभाल नहीं सका और उसकी मौत हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि सतपाल खेतों में गया हुआ था। वह दो बजे के करीब खेतों से घर लौट रहा था। मगर घर लौटते समय वह सोमनदी के बह रहे पानी की चपेट में आकर बह गया। सूचना मिलते ही एनडीआरएफ की टीम ने मौके पर पहुंचकर किसान सतपाल की तलाश की। काफी मशक्त के बाद उसका शव गन्ने के खेत में मिला। सतपाल की मौत की खबर मिलते ही परिजनों में मातम छा गया।

हथनीकुंड बैराज का जलस्तर बढ़कर पहुंचा 65 हजार

रविवार को पहाड़ी व मैदानी इलाकों में हुई तेज बारिश से जिले के हथनीकुंड बैराज पर शाम पांच बजे जलस्तर बढ़कर 65 हजार क्यूसिक पहुंच गया। इससे पहले सुबह के आठ बजे जलस्तर 61 हजार क्यूसिक था। मगर इसके बाद दस बजे के करीब हथनीकुंड बैराज का जलस्तर घटकर 39 हजार क्यूसिक रह गया। इसके बाद दोपहर दो बजे एक बार फिर हथनीकुंड बैराज का जलस्तर बढ़कर 50 हजार 555 क्यूसिक पहुंच गया और शाम पांच बजे हथनीकुंड बैराज पर जलस्तर 65 हजार क्यूसिक था। आशंका जताई जा रही है कि यदि रात को तेज बारिश हुई तो हथनीकुंड का जलस्तर और बढ़ सकता है।

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