Farmers Protest In Yamunanagar: हरियाणा के यमुनानगर में किसानों संगठनों ने संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर के साथ केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। किसानों ने जिले के लघु सचिवालय के सामने इकठ्ठा होकर केंद्र सरकार की कृषि विपणन राष्ट्रीय नीति का विरोध करते हुए नीति की प्रतियां भी जलाई हैं। सोमवार को किसानों ने केंद्र कृषि बाजार नीति को लेकर आक्रोश व्यक्त किया। इसके साथ ही केंद्र सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी भी की।
सरकार की नीतियां किसानों के हित के विपरीत
इस प्रदर्शन में संयुक्त किसान मोर्चा के जिला प्रधान जरनैल सिंह सांगवान के नेतृत्व में कामगार मजदूर किसान यूनियन, अखिल भारतीय किसान सभा और बीकेयू के सदस्यों के साथ अन्य किसान भी शामिल हुए। जरनैल सिंह सांगवान ने बताया कि केंद्र सरकार ने नई कृषि बाजार नीति का एक मसौदा तैयार किया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की नीतियां किसानों के हितों के बिल्कुल विपरीत हैं। सांगवान कहा कि इन नीतियों का असर सभी राज्य की मंडियों पर होगा। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार मंडी व्यवस्था को समाप्त करके इसे निजी हाथों में सौंपना चाहती है, जिससे सिर्फ पूंजीपतियों को मुनाफा होगा।
अपनी मांग को लेकर करेंगे ट्रैक्टर मार्च
प्रदर्शन कर रहे किसान नेताओं ने बताया कि सरकार की नीतियां किसान, मजदूर और सरकारी कर्मचारियों के लिए नुकसानदायक होगीं। इसके साथ ही किसान नेताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि एमएसपी का गारंटी कानून, स्वामीनाथन रिपोर्ट और फसलों के दाम C2 50 प्रतिशत लागू करने की मांग को लेकर देशभर के किसान देशभर के किसान 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
रिटायरमेंट की आयु 58 वर्ष करने का आरोप
केंद्र के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों ने सरकार पर यह भी आरोप लगाया कि बुजुर्गों को पेंशन समाप्त करने के लिए रिटायरमेंट की आयु 58 वर्ष कर दिया है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि मोदी सरकार के आने के बाद से सभी वर्गों को नुकसान हुआ है, जबकि लाभ केवल कुछ पूंजीपतियों को ही मिला है। इसके अलावा किसानों ने कहा कि राज्य में बढ़ती महंगाई से हर नागरिक परेशान है।
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