ED Raid In Jharkhand: झारखंड में प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने तगड़ा एक्शन किया है। प्रवर्तन निदेशालय ने रांची से 35.23 करोड़ नकद बरामद होने के बाद ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल और उनके घरेलू सहायक जहांगीर आलम को गिरफ्तार कर लिया। दोनों को ईडी ने सोमवार की देर रात गिरफ्तार किया।
इससे पहले संजीव लाल और जहांगीर आलम से ईडी ने रात भर पूछताछ की। फिर दोनों को धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के प्रावधानों के तहत हिरासत में ले लिया गया। सूत्रों का कहना है कि जल्द ही ईडी मंत्री आलमगीर को सम्मन करेगी।
कांग्रेस नेता और झारखंड सरकार में मंत्री "आलमगीर"
— Dr. Sudhanshu Trivedi Satire (@Sudanshutrivedi) May 6, 2024
के नौकर के घर से नोटों का भंडार बरामद हुआ है 😳😳
ज़रा सोचो जब एक नौकर के घर से इतना 😳
तो इनके मालिकों घर कितना होगा ??
अब देखना कांग्रेस और उनके चमचे कैसे बिल बिलायेंगे 💀pic.twitter.com/ZTEcyxN3na
रांची में सोमवार को मारा था छापा
सोमवार, 6 मई को ईडी ने राज्य ग्रामीण विकास विभाग में कथित अनियमितताओं की मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत रांची में एक 2बीएचके फ्लैट पर छापा मारा था। फ्लैट पर कथित तौर पर जहांगीर आलम का कब्जा है। ईडी के अधिकारियों ने कुछ अन्य ठिकानों से 3 करोड़ के अलावा 32 करोड़ से अधिक नकदी बरामद की थी। नौकर जहांगीर के घर से 31.20 करोड़ मिले थे। कुल 35.23 करोड़ बरामद किए गए हैं।
नोटों की गिनती के लिए मंगाई 8 मशीनें
नोटों को गिनने के लिए ईडी की टीम को 8 मशीनें मंगवानी पड़ी। देर रात तक नोटों की गिनती चली। ईडी को कैश के साथ गहने भी मिले हैं। मंत्री आलमगीर आलम ने खुद को पाक साफ बताया है। उन्होंने किसी भी गलत काम से इंकार कर दिया।
क्यों ईडी कर रहा एक्शन?
ईडी ने यह छापेमारी झारखंड ग्रामीण विकास विभाग की योजनाओं में कथित अनियिमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में की थी। पिछले साल फरवरी में विभाग के मुख्य अभियंता वीरेंद्र के राम को गिरफ्तार किया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक, वीरेंद्र ने ठेकेदारों को टेंडर देने के बदले उनसे कमीशन लिए थे। इससे पहले 2019 में वीरेंद्र के एक जूनियर के पास से भारी नकदी बरामद हुई थी। बाद में ईडी ने पीएमएलए के तहत मामले को अपने हाथ में ले लिया था।
आलमगीर आलम चंपई सोरेन सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री हैं। वे झारखंड की राजनीति में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं। पाकुड़ विधानसभा से आलम चार बार के विधायक हैं।