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Ladli Behna Yojana: मध्य प्रदेश सरकार की अति महत्वाकांक्षी लाड़ली बहना योजना से ग्वालियर जिले में 8 हजार 514 महिलाएं बाहर हो गईं। विधानसभा चुनाव के बाद उनके बैंक खाते में हर माह 1250 रुपए नहीं आ रहे। जिसे लेकर लगातार शिकायत की जा रही हैं।

Ladli Behna Yojana: ग्वालियर जिले में लाड़ली बहना योजना का लाभ लेने के लिए 3 लाख 18 हजार 997 महिलाओं ने आवेदन किए थे, लेकिन विधानसभा चुनाव के बाद 8 हजार 514 महिलाएं योजना से बाहर हो गईं। इनमें 2 हजार 917 महिलाएं ऐसी भी शामिल हैं, जिनकी उम्र 60 वर्ष से अधिक हो गई है। 

लाड़ली बहना योजना के तहत इन महिलाओं को हर माह 1250 रुपए मिलते थे, लेकिन चुनाव बाद बंद हो गए। महिलाओं ने कई जगह शिकायत किया, लेकिन अफसरों ने नियमों का हवाला देकर हाथ खड़े कर दिए। इनमें 413 महिलाएं ऐसी भी हैं, जिन्होंने स्वेच्छा से यह राशि छोड़ने का फैसला किया है।  

विधानसभा चुनाव के पहले सरकार ने महिलाओं के लाड़ली बहना योजना के लिए रजिस्ट्रेशन कराए थे। इस योजना के तहत 2.50 लाख कम आय वाले परिवार की महिलाओं को हर महीने एक हजार रुपए दिए जाने का फैसला लिया गया। बाद में यह राशि बढ़ाकर 1250 रुपए महीने कर दी गई, लेकिन लाभार्थियों की संख्या कम हो गई।

लाड़ली बहना योजना में एक शर्त यह भी थी कि पति के नाम ट्रैक्टर है तो पत्नी को योजना का लाभ नहीं मिलेगा। इसके अलावा 23 साल से 60 वर्ष की उम्र की बाध्यता की गई थी, लेकिन बाद में राहत देते हुए न्यूनतम उम्र 21 साल कर दी गई। 

ग्वालियर जिले में 3 लाख 18 हजार 997 महिलाओं ने लाड़ली बहना योजना के लिए आवेदन किए थे। दिसंबर तक अधिकतर को योजना का लाभ मिला, लेकिन जनवरी से मई के बीच इनकी संख्या काफी कम हो गई।

Ladli Behna Yojana से बाहर होने की वजह  

  • ऑनलाइन आवेदन के समय ऑपरेटर ने गलत जन्म तिथि लिख दी। ज्यादातर का जन्म 1 जनवरी दर्ज कर दिया गया। यही कारण है कि 2917 महिलाएं तो 1 जनवरी को ही 60 साल की हो गईं। 
  • शासन ने शिकायत की व्यवस्था नहीं की। जिला स्तर पर इस योजना में संशोधन की व्यवस्था नहीं है। राजधानी भोपाल में भी शिकायत के लिए कोई उचित फोरम नहीं बनाया गया। महिलाएं सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत करती हैं, लेकिन वहां भी समय रहते समाधान नहीं हो पाता। 
  • ग्वालियर में 413 महिलाओं ने स्वेच्छा से योजना का लाभ छोड़ा है। यानी यह अपात्र होने क बावजूद पंजीयन करा लिया था। बाद में कार्रवाई के डर से योजना का लाभ छोड़ना पड़ा।  

अभी 310483 महिलाओं को मिल रहा लाभ 
ग्वालियर जिले में कुल 318997 आवेदन आए थे। इनमें से 2333 महिलाएं अपात्र मिलीं। 413 ने स्वेच्छा से लाभ छोड़ा। 41 का निधन हो गया। 191 की समग्र आइडी और तीन के आधार और समग्र से अनलिंक हो गए। 2917 महिलाएं 60 साल से ज्यादा की हो गईं। 310483 को अभी लाभ मिल रहा है। 

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