(आशीष नामदेव ) भोपाल। आश्रम वेब सीरीज में जब मुझे बबीता का किरदार मिला तो मैं पहली डरी हुई थी, लेकिन इस किरदार में काफी लोगों की कहानी छुपी है, जैसे कि कई औरतों के साथ ऐसा होता है, लेकिन वो आवाज नहीं उठा पाती है या फिर इसी को अपनी जिंदगी मान लेती है। इस किरदार में बताया जाता है कि बबीता को अपनी जिंदगी को बदलना था। यह कहना है एक्ट्रेस त्रिधा चौधरी का। जो अपकमिंग प्रोजेक्ट की शूटिंग को लेकर भोपाल आई थी, इस मौके पर उन्होंने हरिभूमि से खास बातचीत की।
मेरी जर्नी काफी लंबी और अच्छी रही
मेरी जर्नी काफी लंबी और अच्छी रही है। मुझे एक्टिंग नहीं आती थी न कभी मैंने एक्टिंग सीखी थी, मैं एक क्लासिकल डांसर हूं, लेकिन मुझे सुजित मुखर्जी के ऑफिस से कॉल आया था कि एक किताब है जिस पर एक फिल्म बनाई जा रही है और उन्हें एक यंग बबली टीनएजर चाहिए, पहले मैंने मना कर दिया था बाद में मैंने इसके साथ ही अपनी एक्टिंग की जर्नी को शुरू किया।
मेरे लिए निर्णय लेना मुश्किल था कि साइंटिस्ट बनूं या एक्टर
काफी टफ था मेरे लिए निर्णय लेना क्योंकि एक साइंस स्टूडेंट हूं, इसलिए मैं अपना करियर साइंस में भी देख रही थी। यह मेरे लिए काफी मुश्किल बन गया था कि मैं साइंटिस्ट बनू या एक्टिंग में जाऊं।
सीरीज में स्टोरी टेलिंग की जा सकती है अच्छे से
सीरीज में स्टोरी टेलिंग अच्छे से की जा सकती है, जिससे की अच्छे स्टोरी को हाईलाइट किया जा सकता है। इसलिए ऐसी स्टोरी को भी सीरीज के माध्यम से दिखाया जा सकता है, जो सामाजिक मुद्दों पर बने और लोग उसे आसानी से समझ सकें।