BHOPAL NEWS: एम्स भोपाल के ऑर्थोपेडिक्स विभाग द्वारा पीडियाट्रिक ऑस्टियोआर्टिकुलर इन्फेक्शन पर सीएमई का आयोजन हुआ। इस दौरान कार्यपालक निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) अजय सिंह ने प्रतिभागियों को संबोधित कर एसोसिएशन ऑफ पीडियाट्रिक ऑर्थोपेडिक सर्जन के गठन कि सराहना की। यह आयोजन विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर रखा गया।
प्रोफेसर (डॉ.) अजय सिंह ने नवजात शिशुओं और बच्चों में सेप्टिक गठिया और तीव्र ऑस्टियोमाइलाइटिस का निदान करने और उनके प्रबंधन की बारीकियों को सीखने पर बल दिया। उन्होंने बाल चिकित्सा आर्थोपेडिक्स के क्षेत्र में अनुवाद संबंधी अनुसंधान को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया।
डीन रिसर्च एवं ऑर्थोपेडिक्स विभाग के प्रमुख प्रोफेसर रेहान उल हक और डॉ. प्रतीक बेहरा ने एम्स भोपाल में ऑर्थोपेडिक्स विभाग की यात्रा और बाल चिकित्सा ऑर्थोपेडिक्स, आर्थ्रोप्लास्टी, आर्थ्रोस्कोपी, हाथ की सर्जरी, रीढ़ की सर्जरी और जटिल आघात सर्जरी के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी।
सीएमई के दौरान बाल आयु वर्ग में हड्डी और जोड़ों के संक्रमण के कारण, नैदानिक विशेषताएं, निदान और प्रबंधन से संबंधित विषयों पर जानकारी दी गई। बहु-विषयक दृष्टिकोण की भूमिका पर जोर देते हुए, रेडियोडायग्नोसिस और माइक्रोबायोलॉजी विभाग के संकाय ने भी सीएमई में भाग लिया। प्रारंभिक व्याख्यान सत्रों के बाद, भाग लेने वाले संकाय और प्रतिनिधियों द्वारा प्रस्तुत मामलों के साथ केस चर्चा के लिए एक विशेष सत्र आयोजित किया गया था। सीएमई में संकाय सदस्यों, आर्थोपेडिक्स चिकित्सकों, स्नातकोत्तर छात्रों और विभिन्न मेडिकल कॉलेजों के वरिष्ठ रेसिडेंट्स और डॉक्टरों सहित 90 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।