AIIMS Bhopal: एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक और सीईओ प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के मौके पर एक नई डिजिटल पहल "HBV Safe @ AIIMS Bhopal" का शुभारंभ किया। इस पोर्टल का उद्देश्य लोगों को हेपेटाइटिस बी वायरस (HBV) से होने वाले जोखिमों से बचाना है।
बता दें, हेपेटाइटिस बी एक गंभीर बीमारी है जो क्रॉनिक हेपेटाइटिस, सिरोसिस, और लिवर कैंसर जैसी जानलेवा जटिलताओं का कारण बन सकती है। इस डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से एम्स भोपाल ने रोगियों को व्यापक सुरक्षा और नियमित निगरानी की सुविधा प्रदान की है, जिससे टीकाकरण रिकॉर्ड और एंटीबॉडी स्तरों को ट्रैक किया जा सकेगा।
सुरक्षा और स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने की दिशा में नई पहल
प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने इस पहल को लोगों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि यह प्लेटफ़ॉर्म हेपेटाइटिस बी के प्रभावों को रोकने के लिए डिज़ाइन किया गया है। डिजिटल टूल्स के उपयोग से रोग प्रतिरोधक स्थिति की सतत निगरानी की जा सकती है और इसे संतोषजनक स्तर पर बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा सकते हैं।
रक्तदान शिविर में आईटीबीपी के जवानों ने दिया योगदान
राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस के अवसर पर, एम्स भोपाल ने एक स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया। इस शिविर में इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिस (ITBP) के जवानों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और लगभग 40 यूनिट रक्तदान किया। प्रो. अजय सिंह ने कहा, "रक्तदान एक महान कार्य है जो अनगिनत जीवन बचा सकता है। इस रक्तदान शिविर के माध्यम से हम स्वैच्छिक सेवा और मानवता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। ITBP के जवानों ने अपनी सेवा भावना का शानदार उदाहरण पेश किया है, और उनका योगदान न केवल हमारे रक्त बैंकों को सशक्त करता है, बल्कि समाज में करुणा और एकता का भी संदेश देता है।"