Barkatullah University Bhopal : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में सोमवार को विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के गर्ल्स हास्टल की वार्डन को हटाने की मांग की है। बताया कि वार्डन छात्राओं को धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने से रोकती हैं।
दरअसल, बरकतउल्ला विश्वविद्यालय की छात्राएं सुंदरकांड के पाठ में शामिल होने गईं थीं। रात 8 बजे जब लौटकर आईं तो वार्डन ने छात्रावास में घुसने से रोक दिया। बाद में माफीनामा लिखवाकर उन्हें हॉस्टल में एंट्री दी गई। वार्डन की इस सख्ती के बाद विद्यार्थी परिषद से जुड़े छात्रों ने हंगामा शुरू कर दिया।
छात्राएं बोलीं-हमें धार्मिक कार्यक्रम से नहीं रोक सकते
विद्यार्थी परिषद से जुड़े छात्र सोमवार को सुबह से ही विवि परिसर के बाहर हंगामा कर रहे हैं। उनके विरोध प्रदर्शन में वह छात्राएं भी शामिल हैं, जिन्हें देर रात हॉस्टल में घुसने से रोका गया था। प्रदर्शन कर रहीं छात्राओं ने कहा, सुरक्षा का बहाना बनाकर हमें धार्मिक कार्यक्रम में जाने से रोका जा रहा है। उन्होंने कुलगुरु से वार्डन को हटाने की मांग की है।
बार्डन बोलीं-यह गर्ल्स की सुरक्षा का मामला
- हॉस्टल की वार्डन आयश रईश ने बताया, मामला धार्मिक कार्यक्रम नहीं बल्कि, मेट्रन और वार्डन का है। कुछ बातों को स्पष्ट करने की जरूरत है। चीफ वार्डन का जिम्मेदारी स्टूडेंट की सुरक्षा और कैम्पस में अनुशासन सुनिश्चित करना होता है। छात्राओं को कैंपस में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होने की अनुमति दी जाती है। लेकिन समय पर छात्राओं के हॉस्टल न लौटने पर चिंता होना स्वाभाविक है। ये अनुशासन का हिस्सा है।
- वार्डन आयश ने कहा, मेरी मकसद स्टूडेंट को अनुशासित करना था। मामले को शॉर्ट आउट किया जा चुका है। वाइस चांसलर ने जांच कमेटी बना दी है। इसके बावजूद इसे मामले को तूल दिया जा रहा है।
- वार्डन ने कहा, छात्राओं से गार्जियन की तरह विहेब करना हमारी जिम्मेदारी है, लेकिन वह नाराज हो गईं। हम बाकायदा रजिस्टर मेंटेन करते हैं। छात्राओं को समय पर आने जाने के लिए कहा जाता है।