Global Investors Summit 2025: भारत के लीडिंग इंटीग्रेटेड व्यापार समूह अदाणी ग्रुप मध्य प्रदेश में सीमेंट, खनन, पंप स्टोरेज, स्मार्ट मीटर और थर्मल ऊर्जा जैसे अलग-अलग क्षेत्रों में 1.1 लाख करोड़ के भारी निवेश का ऐलान किया है। भोपाल में आयोजित मध्य प्रदेश ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट 2025 में यह घोषणा अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने किया है। इस निवेश से एक लाख युवाओं को प्रत्यक्ष तौर नौकरी मिलने का अनुमान है।
ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट 2025 में आए गौतम अडानी ने मुख्यमंत्री मोहन यादव से भी मुलाकात की। सीएम ने मुलाकात की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा-अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी से विभिन्न क्षेत्रों में निवेश को लेकर सार्थक चर्चा हुई। मध्यप्रदेश की अपार संभावनाओं, मजबूत बुनियादी ढांचे और उद्योग अनुकूल नीतियों पर विस्तार से विचार-विमर्श हुआ। यह चर्चा प्रदेश में नए निवेश और औद्योगिक विकास के नए अवसर खोलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
PM मोदी और CM मोहन यादव की तारीफ
मध्य प्रदेश ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट-2025 ने उद्योग जगत के बड़े लीडर्स, नीति निर्माताओं और वैश्विक निवेशकों को आकर्षित किया है। गौतम अदाणी ने पीएम मोदी और मुख्यमंत्री मोहन यादव के प्रयासों की तारीफ की। कहा, यह निवेश वित्तीय लेन-देन से बढ़कर है। गौतम अदाणी ने कहा, औद्योगिक विकास की साझा यात्रा में यह प्रयास मील का पत्थर साबित होगा। साथ ही मध्य प्रदेश को भारत के औद्योगिक और आर्थिक परिदृश्य में आगे ले जाएगा।
MP में कोयले से गैस बनाएगा अडानी ग्रुप
- गौतम अदाणी ने 1 लाख करोड़ के अतिरिक्त निवेश के बारे में मोहन सरकार से चल रही बातचीत की जानकारी दी। बताया कि नए निवेश के तहत हम मध्य प्रदेश में एक स्टेट-ऑफ-द-आर्ट ग्रीनफील्ड स्मार्ट सिटी, हवाई अड्डा और महत्वाकांक्षी कोयला गैसीकरण प्रोजेक्ट बनाने जा रहे हैं।
- गौतम अदाणी ने हाल ही में बेटे जीत की शादी में सामाजिक कार्यों के लिए 10,000 करोड़ डोनेट करने की घोषणा की है। इसके जरिए वह वंचितों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और कौशल विकास के क्षेत्र में किफायती और विश्व स्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करना चाहते हैं।
50,000 करोड़ का निवेश पहले ही हो चुका
गौतम अदाणी ने बताया, मध्य प्रदेश के पावर, इंफ्रास्ट्रक्चर, मैन्युफैक्चरिंग, लॉजिस्टिक्स और कृषि-व्यवसाय क्षेत्रों में अदाणी ग्रुप पहले ही 50,000 करोड़ का निवेश कर चुका है। इससे 25,000 से अधिक युवाओं को नौकरियां मिली हैं। नया निवेश एमपी के औद्योगिक इकोसिस्टम को मजबूत करेगा। यह भारत की आत्मनिर्भरता और इनोवेशन की महत्वाकांक्षाओं से भी जुड़ा है।