भोपाल (सचिन सिंह बैस)। मध्य प्रदेश की राजधानी के भोपाल के मॉडल जेपी अस्पताल में मंगलवार (18 फरवरी) सुबह उस हड़कंप मच गया, जब 100 से ज्यादा आउटसोर्स कर्मचारियों ने कामबंद हड़ताल शुरू कर दी। इन कर्मचारियों को पिछले कई माह से वेतन नहीं मिला। सीएमएचओ और सिविल सर्जन को मांग पत्र सौंपा।
प्रदर्शनकारी कर्मचारी बोले-
- ज्ञापन के बाद भी आउटसोर्स कर्मचारियों को वेतन भुगतान नहीं किया जा रहा। लिहाजा, मंगलवार को अस्पताल परिसर में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस दौरान जमकर नारेबाजी की। कहा, पहले वेतन मिले फिर ड्यूटी करेंगे।
- विरोध-प्रदर्शन कर रहे आउटसोर्स कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें पिछले सात महीने से वेतन नहीं मिला। अस्पताल के अधीक्षक से लेकर आउटसोर्स कंपनी के अधिकारियों तक इसके लिए गुहार लगा चुके हैं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।
- आउटसोर्स कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि एक-दो दिन में वेतन भुगतान न हुआ तो गया तो आमरण अनशन करेंगे। मंगलवार को उनका सांकेतिक आंदोलन था। लिहाजा, 2 घंटे बाद काम पर लौट आए।
अधीक्षक ने दिया आश्वासन
अधीक्षक राकेश श्रीवास्तव बताया कि बजट की कमी के चलते आउससोर्स कंपनी का भुगतान नहीं हो पाया है। कर्मचारियों के वेतन को लेकर विभाग के उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। आश्वासन मिला है कि कर्मचारियों को जल्द वेतन जारी कर दिया जाएगा।
प्रमुख सचिव के आदेशों की अनदेखी
- संविदा आउटसोर्स स्वास्थ्य कर्मचारी संघ की प्रदेशाध्यक्ष कोमल सिंह के मुताबिक, मध्य प्रदेश के 30 हजार से अधिक स्वास्थ्यकर्मी ठेके पर हैं। इनके साथ शोषण हो रहा है। भोपाल सहित MP के अन्य जिलों में आउटसोर्स कर्मचारियों को 5 से 7 माह से वेतन भुगतान नहीं किया गया।
- वेतन के अभाव में आउटसोर्स कर्मचारियों के परिवार आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव ने स्पष्ट निर्देश दिए थे कि आउटसोर्स कर्मचारी को भी प्रतिमाह पहली तारीख में भुगतान किया जाए, लेकिन सीएमएचओ और सिविल सर्जन उनके इस आदेश का पालन नहीं कर रहे।