Indore News: इंदौर के नगर निगम की टीम ने शुक्रवार को बारिश के दौरान 10 घरों पर बुलडोजर की कार्रवाई करने पहुंची। जहां लोगों के विरोध के बाद प्रसाशन को वापस लौटना पड़ा। इस दौरान लोगों ने हंगामा और हाथापाई भी की। हालांकि इसके बाद प्रसाशन ने एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है। वहीं रहवासियों को 6 अगस्त तक घर खाली करने का समय दिया गया है।
यह मामला इंदौर के न्याय नगर का है। जहां एक बिल्डर ने अतिक्रमण हटाने के लिए कोर्ट में चुनौती दी थी। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने अतिक्रमण हटाने के आदेश जारी किए हैं। शुक्रवार की सुबह अतिक्रमण हटाने गई प्रसाशन की टीम का रहवासियों ने विरोध किया। उन्होंने 20 साल से रहने और सभी पेपर होने की भी बात कही। फिलहाल विरोध के बाद कार्रवाई रुक गई है।
सुप्रीम कोर्ट ने दिया आदेश
अतिक्रमण के मामले को लेकर एडीएम रोशन राय ने बतया कि यह जमीन श्रीराम बिल्डर के नाम पर है। जिसे सुप्रीम कोर्ट ने अतिक्रमण हटाने के आदेश जारी किए हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ही हमने कार्रवाई की है। न्याय नगर में 60 से ज्यादा अवैध मकान चिंहित किए गए थे। हालांकि यह मामला अदालत में 20 सालों से विचाराधीन है। जिसमें 35 मकान पर ढहाए की कार्रवाई की जानी है।
विरोध के बाद कार्रवाई रुकी
प्रसाशन का बुलडोजर देखते ही कुछ लोग जेसीबी मशीन के सामने ही लेट गए। वहीं एक युवक ने तो बुलडोजर के पहिए पर पैर रखकर कार्रवाई का विरोध करने लगा। इस दौरान उसने कहा कि जान दे दूंगा, पर मकान नहीं तोड़ने दूंगा। इस बीच हंगामा करते हुए निगम अमले पर भी हमला हुआ। हालांकि एक युवक को हिरासत में ले लिया गया है। विरोध के बाद कार्रवाई को रोक दिया गया है।
महिलाओं ने किया विरोध प्रदर्शन
इस कार्रवाई के विरोध में पुरुषों से ज्यादा महिलाएं शामिल रहीं। लेकिन बाद में पुरुष भी आगे आकर विरोध करने लगे। उन्होंने बताया कि हमने पूरा टैक्स जमा किया है। हमारे पास निगम के मकान संबंधी जमा किए गए सभी टैक्स की रसीदें हैं और हम यहां पर करीब 20 सालों से ज्यादा समय से रह रहे हैं।
पुलिस ने एक युवक को हिरासत में लिया
विरोध के दौरान ही वहां के एक रहवासी अभिषेक पिता दिलीप सालवे ने निगम कर्मी के साथ मारपीट कर दी। इसके बाद भागने की कोशिश करने लगा। लेकिन वहां पर मुश्तैद पुलिस की टीम ने उसे पकड़ लिया। इसके बाद काफी देर तक हिरासत में रखा, लेकिन कार्रवाई के बाद अभिषेक को छोड़ दिया गया।