हरि अग्रहरि, भोपाल।
CM Mohan Yadav: मुख्यमंत्री डॉ. यादव रविवार को उज्जैन जिले के बड़नगर में 40 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से नव-निर्मित सीएम राइज स्कूल भवन का लोकार्पण कर समारोह को संबोधित किया। लोकार्पण कार्यक्रम में केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रह्लाद जोशी विशेष रूप से उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कृषि उपज मंडी परिसर बड़नगर में 466.27 लाख रुपए की लागत से हुए नवनिर्माण कार्यों के भूमि-पूजन के साथ बड़नगर विधानसभा क्षेत्र में 343.80 लाख रुपए की लागत से नवनिर्मित 7 उप स्वास्थ्य केंद्रों का लोकार्पण भी किया। मुख्यमंत्री ने सीएम राइज स्कूल का लोकार्पण कर नवनिर्मित भवन का अवलोकन किया और निर्माण कार्य की सराहना की। उन्होंने बड़नगरवासियों को नए साल में मिली इस नई उपलब्धि के लिए बधाई भी दी।
सीएम राइज स्कूल का नाम बदलेगा
सीएम मोहन यादव ने कहा कि बड़नगर में आज जिस स्कूल को सीएम राइज के रूप में विकसित कर लोकार्पण किया गया है, इसी स्कूल में पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी ने भी शिक्षा प्राप्त की थी। उनकी स्मृति में बड़नगर के सीएम राइज स्कूल का नाम भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब गांव और शहरों के नाम जन-भावनाओं के अनुरूप रखे जाएंगे। गजनीखेड़ी पंचायत को अब चामुंडा माता के नाम से जाना जाएगा। इसी तरह जहांगीरपुर अब जगदीशपुर और मौलाना गांव विक्रम नगर के नाम से जाना जाएगा।
3 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में औद्योगिकीकरण के लिए वर्ष 2024 में 4 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इससे 3 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। औद्योगिकीकरण के प्रयासों से बड़नगर में भी बड़े औद्योगिक समूह द्वारा 3500 करोड़ रुपए की लागत से फैक्ट्री स्थापित की जाएगी। उन्होंने कहा कि बड़नगर में फूड प्रोसेसिंग यूनिट की स्थापना भी शीघ्र होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्वती-कालीसिंध-चंबल नदी जोड़ो परियोजना का भूमिपूजन हो चुका है। इसका सीधा लाभ प्रदेश के 13 जिलों को मिलेगा। इस परियोजना के पूरा होने पर बड़नगर क्षेत्र के खेत भी बारह महीने फसलों से लहलहाएंगे। प्रदेश के युवाओं की प्रतिभा का उपयोग प्रदेश में ही करने के लिए हम एक लाख से अधिक युवाओं को शासकीय सेवा में भर्ती करेंगे और इसके लिए अभियान चलाया जा रहा है।
प्रदेश का शैक्षणिक परिदृश्य तेजी से बदल रहा है
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश का शैक्षणिक परिदृश्य अब तेजी से बदल रहा है। हमारी सरकार शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी सुधार लाने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारा उद्देश्य प्रदेश के बच्चों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की शिक्षा प्रदान करना है, जिससे वे भविष्य की चुनौतियों का बखूबी सामना कर सकें। प्रदेश के सीएम राइज स्कूल इस दिशा में मील का पत्थर साबित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों का भविष्य बनाना हमारा पहला काम है। संसाधनों के अभाव में कोई बच्चा स्कूली शिक्षा पाने से वंचित न रहे यही हमारा उद्देश्य है।
आगामी 5 वर्षों में प्रदेश का बजट 7 लाख करोड़ का होगा
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में 70 हजार करोड़ रुपए की पार्वती-कालीसिंध-चंबल नदी जोड़ो परियोजना का लाभ देपालपुर, बड़नगर, शिवपुरी, इंदौर, रतलाम, मंदसौर, देवास, गुना आदि जिलों एवं स्थानों को मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 5 वर्षों में प्रदेश का बजट 7 लाख करोड़ का होगा। प्रदेश में लगातार नए मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं। इस वर्ष 14 और नवीन मेडिकल कॉलेज खोले जाएंगे। प्रदेश में दुग्ध उत्पादन में वृद्धि कर 20% किया जाएगा, अब शासन दुग्ध क्रय पर बोनस भी देगा। प्रदेश में गोवंश संरक्षण-संवर्धन के लिये 10 से अधिक गौ-पालन करने वालों को अनुदान दिया जाएगा। प्रदेश के नगर निगम और बड़ी नगरपालिकाओं में 10-10 हजार गोवंश क्षमता की बड़ी गौशालाएं बनाई जा रही हैं। गोवंश पालन का संपूर्ण खर्च शासन उठायेगा।
MP का शैक्षणिक परिदृश्य तेजी से बदल रहा है
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि मप्र सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में सीएम राइज स्कूल की अवधारणा पर काम करके बहुत बड़ा काम किया है। शैक्षणिक गुणवत्ता सुधार के लिए इतना निवेश और किसी प्रदेश में देखने को नहीं मिलता। उन्होंने कहा कि मप्र के ओंकारेश्वर में फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट का निर्माण हुआ है, जो अद्भुत है। इससे मप्र पावर सरप्लस स्टेट बनने जा रहा है। मप्र में ऊर्जा की प्रति यूनिट उत्पादन दर सबसे कम है, यह अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि हमारा देश विश्व की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और बहुत जल्द ही हम तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहे हैं। इसमें मप्र का योगदान बेहद अहम होगा। यहां की विकास दर सबसे तेज है। दूसरे राज्यों को मध्यप्रदेश से सीखने की जरूरत है।