MP Government: मध्यप्रदेश में नए मुख्य सचिव के साथ ही नए डीजीपी के लिए उलटी गिनती शुरू हो गई है। मौजूदा मुख्य सचिव वीरा राणा अगले महीने सितंबर में सेवानिवृत्त होने जा रही हैं। इसी वर्ष मार्च में उन्हें एक्सटेंशन मिला था, वे सितंबर तक इस पद पर बनी रहेंगी। इसके बाद नए मुख्य सचिव की नियुक्ति की जाएगी। इसके लिए कई अपर मुख्य सचिवों ने लॉबिंग शुरू कर दी है। इसमें कई ऐसे चर्चित नाम हैं, जिन्हें मुख्य सचिव पद की कमान दी जा सकती है।
फिर से एक्सटेंशन नहीं
संभावना जताई जा रही है कि 30 सितंबर या उससे पहले किसी वरिष्ठ अफसर के नाम पर मुहर लगा दी जाएगी। मुख्य सचिव वीरा राणा को लेकर पहले कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे। एक लॉबी उनके एक बार फिर से एक्सटेंशन को लेकर लगी हुई थी। हालांकि इसकी संभावना नहीं के बराबर है, इसके बाद भी यहां से लेकर दिल्ली तक लाबिंग चल रही थी। अब हालांकि लगभग तय हो गया है कि श्रीमती राणा को अब फिर से एक्सटेंशन नहीं मिलेगा। ऐसे में नए मुख्य सचिव को लेकर मंत्रालय में चर्चाएं तेज हो गई हैं।
डॉ. राजौरा व मिश्रा के नाम पर लग सकती है मुहर
मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा मई 2027 में सेवानिवृत्त होंगे, जबकि एसीएस गृह मिश्रा अगले वर्ष ही सेवानिवृत्त होंगे। ऐसे में उनके मुख्य सचिव बनने की संभावना ज्यादा है। ऐसा इसलिए और है कि डॉ. राजौरा को मुख्य सचिव बनने की कोई जल्दी नहीं है। वे यदि वे मुख्य सचिव बनते है, तो करीब तीन वर्ष तक इसी पद पर बने रहेंगे। दूसरी तरफ एसीएस मिश्रा की अच्छी खासी पकड़ मुख्यमंत्री से लेकर दिल्ली तक है। ऐसे में संभावना यह भी जताई जा रही है कि उन्हें मुख्य सचिव बनाया जा सकता है। इसके साथ ही कई और भी अफसर मुख्य सचिव बनने के लिए अपनी लॉबिंग लगातार कर रहे हैं। मलय श्रीवास्तव व अजीत केसरी भी इसी सूची में हैं। अगले महीने वीरा राणा के सेवानिवृति से पहले नये मुख्य सचिव की तलाश पूरी होने के बाद घोषणा कर दी जाएगी।
अक्टूबर तक में मिल जाएगा नया डीजीपी
जबकि मौजूदा डीजीपी सुधीर सक्सेना नवंबर महीने में सेवानिवृत्त होने जा रहे हैं। इससे पहले प्रदेश को नया डीजीपी मिल जाएगा। इसी अगस्त महीने तक में यूपीएससी को डीजीपी के लिए संभावित नामों की एक सूची भेज दी जाएगी। अगले महीने सितंबर में यूपीएससी की बैठक होने वाली है। इस बैठक में मप्र से मुख्य सचिव वीरा राणा के अलावा अपर मुख्य सचिव गृह एसएन मिश्रा व कई अन्य वरिष्ठ अफसर दिल्ली जाएंगे। इस बैठक के बाद तीन नामों का एक पैनल केंद्रीय गृह मंत्रालय व यूपीएससी को भेजना होगा। जल्दी ही यह सूची भेज दी जाएगी।
नए डीजीपी के लिए 91 बैच के अफसरों को चयन
नए डीजीपी के लिए चयन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। डीजीपी पद के लिए सबसे पहला नाम कैलाश मकवाना का है। इसके बाद अजय शर्मा मुख्य प्रतिद्वंदी हैं। हालांकि इसके बाद के अफसरों के नामों की सूची भी यूपीएससी को भेजी जा रही है। इसमें अगले वर्ष जुलाई में सेवानिवृत्त होने वाले जीपी सिंह, फरवरी में सेवानिवृत्त होने वाले विजय कटारिया, मई 2027 में सेवानिवृत्त होने वाले वरुण कपूर, अगस्त 27 में सेवानिवृत्त होने वाले उपेंद्र जैन, जुलाई 26 में सेवानिवृत्त होने वाले आलोक रंजन व फरवरी 28 में सेवानिवृत्त होने वाली प्रज्ञा ऋचा श्रीवास्तव व योगेश मुदगल का नाम भी सूची में भेजी जा रही है।
इनमें से हालांकि दिसंबर 25 में सेवानिवृत्त होने वाले अजय शर्मा का नाम पहले नंबर पर है। उक्त सूची के बाद यूपीएससी में एक उच्च स्तरीय बैठक होगी। इस बैठक में तीन नामों का एक पैनल का चयन कर अंतिम मंजूरी के लिए यूपीएससी के पास भेज दी जाएगी। इसकी प्रक्रिया में कम से कम दो महीने का समय लगेगा। पर संभावना है कि डीजीपी सक्सेना के सेवानिवृत्ति के काफी पहले तक नए डीजीपी के नाम की घोषणा कर दी जाएगी।