भोपाल। राजधानी से गुजरने वाली ट्रेनों में चोरी की वारदात थमने का नाम नहीं ले रही है। मालवा एक्सप्रेस में सफर कर रहे बुजुर्ग दंपती के साथ चोरी की वारदात हुई। अज्ञात बदमाश परिवार की महिला का पर्स चुराकर ले गया। पर्स में 15 हजार रुपए की नगदी सहित 3 लाख 95 हजार रुपए का माल था। जीआरपी ने चोरी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
भोपाल जीआरपी के अनुसार, झांसी के सर्व नगर, मिशन कंपाउंड, सीपरी बाजार निवासी 66 साल के जगदीश कुमार गुप्ता ने शिकायत की। उन्होंने बताया कि बीते 26 जनवरी 2025 को वे झांसी से उज्जैन की यात्रा ट्रेन क्रमांक 12920 मालवा एक्सप्रेस से कर रहे थे। उनका कोच नंबर ए-वन, बर्थ नंबर 11,12 पर था। यात्रा के दौरान उनकी पत्नी का लेडिस पर्स सीट नं. 11 पर रखा था। ट्रेन रेलवे स्टेशन भोपाल रुकी। नींद खुलने पर देखा तो पत्नी का पर्स नहीं था। उन्होंने आसपास तलाश की, लेकिन पर्स चोरी हो चुका था।
पर्स में 4 लाख का सामान
फरियादी दंपती के मुताबिक, पर्स में सोने की 4 नग अंगुठी थी। सभी अंगुठी 5-5 ग्राम की थी, जिनकी कीमत 1 लाख 20 हजार थी। इसी प्रकार कान की 2 जोड़ झुमकी थी, जिनकी कीमत 60 हजार रुपए, कान की झुमकी डायमंड 1 जोड़ी कीमत लगभग दो लाख रुपए थी। इसके अलावा पर्स में 15 हजार रुपए की नगदी थी, जो कोई अज्ञात चोर चुराकर ले गया। बदमाश उनके पर्स समेत 3 लाख 95 हजार का सामान चुराकर ले गया है। इसके अलावा दो आधार कार्ड, एक पेन कार्ड, एक एटीएम कार्ड भी पर्स में था, जो चोरी हो चुका है। चोरी की शिकायत उन्होंने उज्जैन जीआरपी में की थी। वहां से केस डायरी भोपाल जीआरपी को भेजी गई है।
पेंचवेली एक्सप्रेस में नौकरी लगवाने के नाम पर महिला से धोखाधड़ी
इधर, दूसरा मामला भी भोपाल का ही है। पेंचवेली एक्सप्रेस के जनरल कोच में शुजालपुर से भोपाल का सफर कर रही महिला से अज्ञात व्यक्ति ने धोखाधड़ी की। महिला के सामने वाली सीट पर बैठे अज्ञात जालसाज ने सरकारी नौकरी लगाने का झांसा दिया और हजारों रुपए का चूना लगा दिया।
आरोपी ने महिला को उसके बेटे व भतीजे की नौकरी लगवाने का झांसा दिया। आरोपी ने महिला से दस्तावेज ऑनलाइन और नगद रुपए ले लिए और अपना मोबाइल बंद कर लिया। महिला की शिकायत पर जीआरपी थाना भोपाल ने जालसाजी का प्रकरण दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।
पुलिस के अनुसार, खजूरी कला रोड निवासी भावना सिंह राठौर पत्नी स्वर्गीय भारत सिंह राठौर (48) गृहणी हैं। वह 29 जनवरी की दोपहर करीब पौने 4 बजे शुजालपुर रेलवे स्टेशन से पंचवेली एक्सप्रेस के जनरल कोच में भोपाल की यात्रा कर रही थीं। उनकी सीट के सामने वाली सीट पर एक अज्ञात व्यक्ति शुजालपुर से बैठा। उसने भावना सिंह से बातचीत शुरू कर दी। इस दौरान भावना सिंह से उनके बेटे की नौकरी लगवाने की बात कही।
जब महिला ने कहा कि उनका बेटा अभी 18 साल का है। तब उस व्यक्ति ने भावना के भाई के बेटे प्रतीक राठौर की नौकरी लगवाने के बारे में बात की। उसने कहा कि प्रतीक राठौर के सर्टिफिकेट वाट्सएप पर भेज देना। इसी बहाने उस अंजान व्यक्ति ने महिला से उनका मोबाइल नंबर ले लिया और अपना मोबाइल नंबर 9502182730 उन्हें दे दिया। भोपाल स्टेशन आने पर भावना राठौर प्लेटफार्म 1 से बाहर निकलकर एक्सीलेटर तक पहुंची थी, तभी उस व्यक्ति का कॉल आ गया। उसने कॉल कर कहा कि बच्चों के सर्टिफिकेट अभी वाट्सएप पर भेज दो और 850 रुपए फार्म के भी भेज दो। भावना ने अपनी बेटी के मोबाइल नंबर से उसके क्यूआर कोड पर 858 रुपए भेज दिए और बेटे के सर्टिफिकेट भी वाट्सएप पर भेज दिए।
ऑनलाइन और नगदी लेने के बाद मोबाइल बंद
30 जनवरी को फिर उस व्यक्ति का कॉल आया उसने कहा कि सर्टिफिकेट लेकर भोपाल स्टेशन पहुंच जाइए। भावना भोपाल स्टेशन पहुंची और मोहसिन खान नाम के उस व्यक्ति को प्रतीक राठौर के कागजात और 3 हजार रुपए नगद दे दिए। मोहसिन ने कहा कि मैं कॉल करूंगा। इसके बाद 31 जनवरी को उसका कॉल आया और कहा कि आप लोग सारंगपुर आ जाओ और साढ़े 4 हजार रुपए ऑनलाइन भेज दो। भावना ने उसके क्यूआर कोड पर रुपए भेज दिए। इसके बाद उन्होंने बार-बार कॉल किया, लेकिन आरोपी मोहसिन खान का मोबाइल बंद हो चुका था।
ठगी का अहसास होने पर भावना राठौर जीआरपी थाना भोपाल पहुंची और जालसाजी का प्रकरण दर्ज करा दिया। भावना ने बच्चों की दसवीं और बारहवीं कक्षा की मार्कशीट के अलावा आधार कार्ड और पेन कार्ड समेत अन्य दस्तावेज आरोपी को दे दिए थे।