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jail prahari exam 2022: मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल (ESB) की परीक्षा एक बार फिर विवादों में है। जेल प्रहरी परीक्षा में सतना के एक अभ्यर्थी को 100 में से 101.66 अंक मिले हैं, लेकिन रिजल्ट आते ही छात्र गायब हो गया।

jail prahari exam 2022: मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल (ESB) ने जेल प्रहरी, सहायक जेल अधीक्षक और वनरक्षक परीक्षा के रिजल्ट जारी कर दिए, लेकिन टॉपर्स को लेकर फिर सवाल उठने लगे हैं। शुक्रवार (13 दिसंबर) को जारी रिजल्ट में सतना के जिस छात्र को 100 में से 101.66 अंक मिले हैं। उसकी पड़ताल जारी है। छात्र अब तक सामने नहीं आया।  

दोनों टॉपर एक ही जिले के 
कर्मचारी चयन मंडल द्वारा आयोजित जेल प्रहरी परीक्षा टॉप करने वाले दोनों अभ्यर्थी सतना जिले के निवासी हैं। पहले नंबर पर राजाभैया प्रजापति एससी कोटे से हैं। और दूसरे नंबर पर ओबीसी वर्ग की ज्योति साहू हैं। राजाभैया को 100 में से 101.66 अंक और ज्योति साहू को 96.79 मिले हैं। 

नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया का विरोध 
मध्य प्रदेश के इतिहास में यह पहला मौका है, जबकि भर्ती परीक्षा में पूर्णांक से अधिक अंक मिले हैं। एक्सपर्ट की मानें तो यह नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया के चलते हुआ है। छात्र नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया का लगातार विरोध कर रहे हैं। यूपी-बिहार में भी इसका विरोध हुआ है। एमपी के इंदौर में भी 16 दिसंबर को कुछ छात्रों ने कलेक्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा है। 

सरकार से जांच कराने की मांग 
कोचिंग संचालक आनंद पांडेय ने बताया कि यह एक तरह का फर्जीवाड़ा है। सरकार को मामले की जांच करानी चाहिए। अभ्यर्थी नार्मलाइजेशन प्रक्रिया के खिलाफ लगातार आवाज उठा रहे हैं, लेकिन उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा। 

मेरिट लिस्ट में 4-4 छात्र भोपाल ग्वालियर के 
जेल प्रहरी की मेरिट सूची में भोपाल के भी चार छात्र हैं। 95.96 फीसदी अंकों के साथ रविंद्र गुर्जर तीसरे स्थान पर हैं। जबकि, सौरभ शर्मा और संजय सिंह को छठा और सातवां स्थान मिला है। राहुल कुमार 10वें स्थान पर हैं। चौथे और पांचवे पायदान पर ग्वालियर के राजकुमार और विंतोष मीणा हैं। यहां की रचना जादौन और आशा जाटव को 8वें और 9वां स्थान मिला है। 

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क्या है नॉर्मलाइजेशन फार्मूला
मध्य प्रदेश में प्रतियोगी परीक्षाओं का परिणाम तैयार करने में नॉर्मलाइजेशन फार्मूला लागू किया जाता है। किसी उम्मीदवार का प्रतिशत स्कोर जानने उसे मिले अंकों के बराबर या उससे कम अंक प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों की संख्या और उस पाली में उपस्थित उम्मीदवारों की संख्या के भागफल को 100 से गुणा करते हैं। 

क्या कहते हैं जिम्मेदार? 
कर्मचारी चयन मंडल के डायरेक्टर साकेत मालवीय ने बताया, परीक्षा परिणाम तैयार करने में नॉर्मलाइजेशन फार्मूला उपयोग करते हैं। इसी फार्मूले के कारण टॉपर राजा भैया प्रजापति को 101.66 अंक मिले हैं। कुछ अभ्यर्थियों को शून्य अंक भी मिले हैं।

पटवारी भर्ती परीक्षा पर भी सवाल 
मप्र कर्मचारी चयन परीक्षा द्वारा आयोजित पटवारी भर्ती परीक्षा-2023 भी विवादों थी। इसमें गया। टॉप करने वाले 7 छात्रों ने ग्वालियर के एक ही कॉलेज में एक्जाम दिया था। हालांकि, मामले की उच्च स्तरीय जांच कराई गई, जिसमें गड़बड़ी सामने नहीं आई। 

मीडिया इंटरव्यू से बच रहे टॉपर छात्र 
पटवारी भर्ती परीक्षा की जांच में गड़बड़ी भले ही सामने नहीं आई, लेकिन टापर्स छात्रों के मीडिया इंटरव्यू देखकर लोग आशंकित हैं। छात्रों ने परीक्षा में पूछे गए आसान सवालों के जवाब तक नहीं दे पाए। यही कारण है कि परीक्षा की पादर्शिता पर सवाल उठे थे। अब जेल प्रहरी और वन रक्षक रिजल्ट आने के बाद टॉपर अभ्यर्थी गायब हैं। 

1500 पदों के लिए 10 लाख अभ्यर्थी 
जेल प्रहरी, वन रक्षक और सहायक जेल अधीक्षक भर्ती परीक्षा का नोटिफिकेशन नवंबर 2022 में जारी हुआ था। तकरीबन 1500 पदों के लिए हुई परीक्षा में 10 लाख से अधिक छात्रों ने आवेदन किया। मई जून 2023 में हुई परीक्षा में 5.50 लाख छात्र शामिल हुए। जून जुलाई 2024 में फिजिकल टेस्ट हुआ। फाइनल रिजल्ट 13 दिसंबर 2024  को जारी हुए हैं। 

 

 

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