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MP Politics News: मध्यप्रदेश की सियासत से जुड़ी बड़ी खबर है। कांग्रेस को फिर एक झटका लगा है। डिप्टी कलेक्टर का पद छोड़ने वाली निशा बांगरे ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। चर्चा है कि निशा जल्द BJP में शामिल हो सकती हैं।

MP Politics News: मध्यप्रदेश में कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है। विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए डिप्टी कलेक्टर का पद छोड़ने वाली निशा बांगरे ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। चर्चा है कि निशा जल्द बीजेपी में शामिल हो सकती हैं। बता दें कि इससे पहले निशा ने सरकारी नौकरी में वापस आने के लिए 3 महीने पहले मुख्य सचिव वीरा राणा को आवेदन भेजा था। अभी तक विभाग की ओर से कोई जवाब नहीं आया है। 

छतरपुर में डिप्टी कलेक्टर के पद पर पदस्थ थीं 
जानकारी के मुताबिक, निशा बांगरे छतरपुर में बतौर डिप्टी कलेक्टर के पद पर पदस्थ थीं। छतरपुर के लवकुश नगर में  SDM रहते निशा ने नौकरी छोड़ दी थी। निशा बैतूल की आमला सीट से विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती थीं। इसी कारण निशा ने सरकारी नौकरी से इस्तीफा दिया था। उनका इस्तीफा शासन की ओर से जब तक स्वीकार किया गया, तब तक कांग्रेस ने मनोज मालवे को उम्मीदवार घोषित कर दिया था। ऐसे में वे चुनाव नहीं लड़ पाई थीं।

कांग्रेस पर चुनाव लड़ने से रोकने का लगाया आरोप 
निशा ने मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी को पत्र भेजकर पार्टी के सभी दायित्वों से मुक्त करने को कहा है। निशा ने पत्र में कांग्रेस पर धोखा देने और षड्यंत्र कर चुनाव लड़ने से रोकने का आरोप भी लगाया है। दो पेज के पत्र में निशा ने लिखा है कि मैं समझती थी कि कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़कर समाज के शोषित, पीड़ित और वंचित लोगों का प्रतिनिधित्व करूंगी। बाबा साहब के सपनों को साकार कर सकूंगी। लेकिन पिछले 6 महीने से कांग्रेस की नीयत को करीब से आंकलन कर मैंने यह पाया कि कांग्रेस पार्टी ने मुझे धोखा दिया।

कांग्रेस में नारी सम्मान के लिए कोई स्थान नहीं 
निशा ने आगे लिखा है कि कांग्रेस में नारी सम्मान के लिए कोई स्थान नहीं है। जिसका ताजा उदाहरण लोकसभा चुनाव 2024 में मध्यप्रदेश में महिलाओं को उचित प्रतिनिधित्व न मिलना भी है। मैं राजनीति में व्यापक स्तर पर कार्य करना चाहती थी लेकिन कांग्रेस ने मेरी योग्यता को ही अयोग्यता बना दिया। अतः मैं कांग्रेस पार्टी के सभी दायित्वों से मुक्त होना चाहती हूं। अपना पूरा जीवन बाबा साहब के विचारों के प्रचार प्रसार के लिए समर्पित करती रहूंगी।

मुझे और मेरे परिवार को लगता है कि मेरे साथ धोखा हुआ 
निशा बांगरे ने हरिभूमि से बातचीत में कहा था कि कांग्रेस ने मेरी नौकरी छुड़वाई, टिकट भी नहीं दिया। मेरे परिवार को लगता है कि मेरे साथ धोखा हुआ है। मुझे भी लगता मेरे साथ अन्याय हुआ है। अगर समय पर इस्तीफा स्वीकार नहीं करना अन्याय है, तो यह भी एक तरह का अन्याय है। निशा ने कहा कि कांग्रेस ने मेरा कॅरियर खराब किया है। निशा ने यह भी कहा कि परिवार के दबाव में जनवरी में नौकरी के लिए आवेदन दिया था। बाद में कोर्ट भी गई। निशा ने कहा कि समाजसेवा से जुड़े काम आगे भी इसी तरह से करती रहूंगी। नियमों का पालन मैंने हमेशा किया है। आगे भी करूंगी।

बालाघाट में हुआ जन्म, विदिशा से की इंजीनियरिंग
निशा बांगरे का जन्म बालाघाट में हुआ था। 2010 से 2014 के बीच निशा ने विदिशा के इंजीनियरिंग कॉलेज से पढ़ाई की। बाद में अमेरिका की बहुराष्ट्रीय कंपनी में नौकरी कर अपने  कॅरियर की शुरुआत की। हालांकि बाद में उन्होंने प्रशासनिक सेवा में शामिल होने का फैसला लेते हुए 2016 में मध्य प्रदेश पीएससी की परीक्षा दी। PSC परीक्षा में पास होने के बाद उनका चयन डिप्टी कलेक्टर के पर हुआ। 

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